छत्तीसगढ़: प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने हर जिलों में लगेंगे शिविर
रायपुर। लॉकडाउन के बाद छत्तीसगढ़ वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को उनके कौशल के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने प्रदेश के सभी जिलों में रोजगार कैम्प लगाए जाएंगे. इसके लिए जिलों में स्थित विभिन्न उद्योगों, फर्मों और संस्थानों में काम करने वाले कुशल और अकुशल श्रमिकों की संख्या में कमी की जानकारी एकत्रित की जा रही है.
छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण एवं राज्य परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज सोसायटी के उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जिलों में प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार कैम्पों के आयोजन और प्रक्रिया के संबंध में सभी जिलों के कौशल विकास नोडल अधिकारियों को विस्तृत दिशा–निर्देश दिए गए हैं. इन शिविरों के लिए स्थान का चयन और कैम्प में शामिल होने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या का निर्धारण करने के निर्देश दिए गए हैं.
जिला स्तर पर प्रवासी मजदूरों की जानकारी नियोक्ताओं को सीधे उपलब्ध कराने को कहा गया है, जिससे नियोक्ता प्रवासी श्रमिकों से सीधे सम्पर्क स्थापित कर सकें. नियोक्ताओं को दूरभाष या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, वेबीनार जैसे माध्यमों द्वारा भी प्रवासी श्रमिकों से सम्पर्क करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है. इसके अलावा यदि कोई प्रवासी श्रमिक स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर के लिए चिन्हांकित नियोक्ताओं एवं रोजगार की प्रकृति जानने का इच्छुक हो तो उसे नियोक्ताओं की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.
राज्य सरकार के उद्योग एवं श्रम विभाग तथा व्यावसायिक संगठनों से समन्वय कर विभिन्न उद्योगों और संस्थानों से मिली जानकारी के आधार पर जिलों में प्रवासी श्रमिकों के लिए रोजगार कैम्प आयोजित किए जाएंगे. इससे श्रमिकों के कौशल के अनुसार उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सकेगा. कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए जारी सरकार के गाइड लाइन का पालन करते हुए इन शिविरों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ और एक समय में अधिकतम 20 व्यक्तियों की उपस्थिति रखने के निर्देश दिए गए हैं.