जांजगीर चांपा में सिस्टम की शर्मनाक तस्वीर, शव वाहन नहीं मिलने पर बाइक से शव ले गए परिजन
जांजगीर-चांपा। बनारी गांव में शुक्रवार की सुबह एक बच्चे को सांप ने डस लिया. इसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों के घंटों इंतजार करने के बाद भी उन्हें शव वाहन और एंबुलेंस नहीं मिला. जिसके बाद परिजन मासूम के शव को बाइक से घर लेकर गए।
मामले में सीएमएचओ (CMHO) डॉ. एसआर बंजारे का कहना है जिला अस्पताल में शव वाहन की व्यवस्था है. परिजनों को एक बार अस्पताल प्रबंधन को बताना चाहिए था. सीएमएचओ ने कहा कि सारी व्यवस्था होने के बावजूद यह परिस्थिति कैसे निर्मित हुई इसकी जांच कराई जाएगी।
शुक्रवार की सुबह जांजगीर से लगे बनारी गांव में 2 साल की मासूम शीतल गोपाल को सांप ने डस लिया. परिजनों को जैसे ही इसका पता चला वे बच्ची को तुरंत अस्पताल लेकर गए. जिला अस्पताल लाते तक बच्ची के शरीर में जहर पूरी तरह फैल चुकाा था. जिसके कारण इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
बच्ची की मौत के बाद शव को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में एंबुलेंस होने के बाद भी शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई. लॉकडाउन की वजह से निजी वाहन मालिकों ने भी शव को ले जाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद परिजनों को मजबूरन बच्ची के शव को बाइक से घर लेकर जाना पड़ा.