November 25, 2024

अंतिम संस्कार न करने पर अड़ा परिवार, प्रशासन मनाने में जुटा

जयपुर।  राजस्थान में एक पुजारी की हत्या का मामला तूल पकड़ लिया है. राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात की और राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता प्रकट की. वहीं, भाजपा ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। 

हाल के दिनों में राजस्थान में बलात्कार और हत्या के कई मामले सामने आए हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा है कि किसी भी मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं, भाजपा इस मामले में लगातार सरकार को घेरने में लगी हुई है.

करौली जिले में पुजारी के रिश्तेदारों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने जिले के एसडीएम प्रकाश मीणा को अपनी मांगों की सूची सौंपी है. मीणा ने कहा कि वह सरकार के सामने इन मांगों को रखेंगे. उन्होंने परिवार से अंतिम संस्कार कराने की भी अपील की. पीड़ित परिवार से मिलने डीएम भी पहुंचे हैं.

राज्यपाल कलराज मिश्र ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से दूरभाष पर करौली में पुजारी को जिंदा जलाने, बाड़मेर में नाबालिग से बलात्कार सहित प्रदेश की कानून और व्यवस्था को लेकर चर्चा की. इस दौरान राज्यपाल मिश्र ने मुख्यमंत्री गहलोत से इन घटनाओं पर चिंता जताई.

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को बताया कि इन सभी घटनाओं का राज्य सरकार ने संज्ञान में ले लिया है. घटनाओं की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सभी घटनाओं पर पूरी जांच के साथ कार्रवाई की जाएगी. राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की कानून और व्यवस्था पर उनकी पूरी नजर है. अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिए हैं.

वहीं, पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए शनिवार को राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा भी पहुंचे. मीणा परिवार के साथ शव को लेकर धरने पर बैठ गए. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि अगर पीड़ित को न्याय नहीं मिला, तो वह सीएम हाउस पर शव को रखकर धरना पर बैठेंगे.

राजस्थान के करौली जिले में भूमि विवाद को लेकर पांच लोगों ने कथित तौर पर पुजारी को जिंदा जला दिया था. गुरुवार को एसएमएस अस्पताल में उनकी मौत हो गई. पुलिस ने इस बारे में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.

आरोप है कि मंदिर के पास की खेती की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे इन लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. घायल पुजारी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. गुरुवार को उन्हें जयपुर भेजा गया, वहां उन्होंने दम तोड़ दिया.

करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के अनुसार, घायल पुजारी के बयानों पर आईपीसी की धारा 307 में मामला दर्ज किया गया था. पुजारी की मौत के बाद इस मामले में आईपीसी की धारा 302 भी जोड़ी गई है. प्रकरण के मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

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