December 24, 2024

PM के गृह राज्य में 100 लड़कियों ने लाइसेंसी हथियार के लिए किया आवेदन, बोलीं – हम खुद ही कर लेंगे अपनी सुरक्षा

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राजकोट ।  बेटियों की सुरक्षा की चिंता-बहस के बीच राजकोट में 100 लड़कियों ने लाइसेंसी हथियार के लिए आवेदन किया। ये सभी सौराष्ट्र के अलग-अलग जिलों से राजकोट कलेक्टर कार्यालय पहुंची और लाइसेंसी हथियार के लिए फॉर्म भरा। दरअसल, ये विरोध प्रदर्शन राजकोट की 14 वर्षीय मितल केशुभाई परमार की अगुवाई में किया गया। मितल का कहना है कि हम राज्यपाल, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से कहना चाहते हैं कि यदि एक दिन में डिमोनेटाइजेशन हो सकता है, एक दिन में लॉकडाउन लग सकता है तो एक ही दिन में दुष्कर्मियों को सजा देने का कानून क्यों नहीं बन सकता है? ऐसा कानून बनाना चाहिए।

 देश में लड़कियों के खिलाफ लगातार अपराध के मामले बढ़ रहे हैं. हाल ही में हाथरस मामले और आज यूपी में तीन दलित बहनों पर एसिड अटैक मामला फिर सुर्खियों में आ गया है. ऐसी ही खबरे लगातार देश के कई राज्यों से सामने आ रही हैं. इस बीच महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार सरकारों के उपर प्रश्न खड़े किए जारेह हैं. कई लोगों का कहना है कि महिलाएं अपने साथ पेपर स्प्रे रखें, तो कईयों का कहना कि महिलाओं को अपने साथ धारदार हथियार रखने चाहिए।  

इसी बीच गुजरात में रहने वाली 100 लड़कियों ने आत्मरक्षाके लिए लाइसेंसी हथियार के लिए आवेदन किया है. इन लड़कियों ने गुजरात के राजोकट में लाइसेंसी हथियार के लिए आवेदन किया है. अलग-अलग जिलों से राजकोट पहुंची इन महिलाओं ने जिला कलेक्टर के दफ्तर में सुरक्षा का हवाला देते हुए लाइसेंसी हथियार के लिए आवेदन किया। 

मितल केशुभाई परमार  ‘स्व-रक्षा ही हैवानियत से सुरक्षा का एकमात्र उपाय’ संदेश देता वीडियो बनाने के बाद चर्चा में हैं। इसमें उन्होंने कहा था कि देश में लड़कियों-महिलाओं पर जघन्य अपराध हो रहे हैं। लग रहा है कि कानून-व्यवस्था नाम की चीज ही न रही हो। आपको अपनी इज्जत-सम्मान की रक्षा स्वयं ही करनी पड़ेगी। सरकार कुछ करने वाली नहीं है। मितल ने कहा कि यदि सरकार लाइसेंस-हथियार देने से इनकार करती है तो सरकार हमारी जिम्मेदारी ले। हमारे साथ भविष्य में यदि कोई हादसा-घटना होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। हाल ही में हाथरस और अन्य जगहों में सामूहिक दुष्कर्म की वारदातें हुई हैं। विचार आया कि इन बेटियों के पास लाइसेंसी हथियार होता तो ये बच जातीं।

यही नहीं महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के बाबत इन महिलाओं ने यहां धरना प्रदर्शन भी किया. बता दें कि हाल ही में हाथरस में महिला के खिलाफ अपराध का एक जघन्य मामला सामने आया था. इसके बाद लगातार पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की देशभर में मांग की जा रही है. हालांकि योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इस मामले की जांच को सीबीआई को सौंपे जाने की सिफारिश भी की गई थी।  

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