November 24, 2024

दिल्ली में कोरोना : भयावह हुई स्थिति, ICU बेड्स की कमी! सुप्रीम कोर्ट जाएगी केजरीवाल सरकार

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में अचानक आई तेजी ने सबकी चिंता बढ़ा दी है. अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की कमी की भी चिंता सताने लगी है. यहां पर निजी और सरकारी अस्पतालों को मिलाकर कुल 9 हजार के आसपास आईसीयू बेड्स हैं, जिसमें से पहले से 6800 पर मरीज भर्ती हैं. ऐसे में मौजूदा समय में केवल 2800 बेड्स ही उपलब्ध हैं. इस कारण दिल्ली सरकार भी चिंतित हो गई है. सरकार का कहना है कि दिल्ली में मौजूदा स्थिति को कोरोना का तीसरा लहर कहा जा सकता है.

दिल्ली सरकार ने राजधानी के अस्पतालों में आईसीयू बेड्स में से 80 फीसदी को दिल्लीवासियों के रिजर्व करने को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है. इस बारे में पहले भी दिल्ली सरकार ने आदेश जारी किया था लेकिन उसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को इस बारे में कहा कि दिल्ली में हम पिछले 15 दिनों से काफी अधिक संख्या में टेस्ट करवा रहे हैं. ऐसे में इस कारण भी अधिक मामले आ सकते हैं. जैन ने ही दिल्ली के अस्पतालों की 80 फीसदी आईसीयू बेड्स को दिल्लीवासियों के लिए आरक्षित करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है.

इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को कोरोना वायरस के संक्रमण के एक दिन में सर्वाधिक 6,725 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों का कुल आंकड़ा चार लाख के पार पहुंच गया है. दिल्ली में पहली बार कोविड-19 के 6,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं. इसके पहले शुक्रवार को दिल्ली में संक्रमण के 5,891 नए मामले सामने आए थे. राजधानी में संक्रमण के कारण मंगलवार को 48 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 6,652 हो गई है.

दिल्ली सरकार की बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में फिलहाल 36,375 मरीजों का इलाज चल रहा है. दिल्ली में रविवार तक लगातार पांच दिनों तक संक्रमण के 5,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे थे जबकि सोमवार को संक्रमण के 4,001 नए मरीज सामने आए. त्योहारों के इस मौसम में लोगों की आवाजाही बढ़ने के कारण संक्रमण के मामलों में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. दिल्ली में संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 4,03,096 पहुंच चुका है.  

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