December 22, 2024

…और जब सड़क पर छेरछेरा मांगने निकले CM भूपेश बघेल…

chher-bhup

कांकेर। दो दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांकेर पहुंचे. इस दौरान वे बस स्टैंड पर आयोजित छेरछेरा कार्यक्रम में शामिल हुए. सीएम ने सड़क पर निकलकर लोगों और दुकानदारों से छेरछेरा का दान भी लिया। 

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीएम भूपेश बघेल को तराजू में धान से तौला. इसके बाद कार्यर्ताओं ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि ‘ये पर्व बेहद ही शुभ है. सभी जनता को छेरछेरा की बधाई.’ सीएम खुद सड़क पर लोगों से दान लेने के लिए निकले. आसपास के घरों से भी सीएम ने दान लिया. सीएम आज गोविंदपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर 342 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे.

जानकार मानते हैं कि हमारे पूर्वजों ने खुद के अहंकार को मारने के लिए इस लोकपर्व की शुरुआत की थी. माना जाता है कि देने वाला मांगने वाले से बड़ा होता है, तभी तो इस दिन अपने आसपास के गली-मोहल्लों में धान मांगकर लोग अपने अहंकार को मार सकते हैं.

ग्रामीण इलाकों में छेरछेरा से मिले अनाज और राशि से गांव में छोटे-मोटे सार्वजनिक काम किए जाते हैं या सार्वजनिक उत्सव ही मना लिया जाता है. पौष पूर्णिमा की सुबह ग्रामीण इलाकों में बाल टोलियों को छेरछेरा मांगते हुए सुना जा सकता है.

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