November 23, 2024

अजीत जोगी पर बनेगी बायोपिक : देवेंद्र जांगड़े करेंगे निर्देशन; छत्तीसगढ़ी और हिंदी में होगी रिलीज

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी अब सिनेमा के रुपहले पर्दे पर पुनर्जीवित होंगे। अजीत जोगी की पत्नी और जनता कांग्रेस की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी और उनके पुत्र अमित जोगी ने अजीत जोगी की बायोपिक बनाने की घोषणा की है। इस फिल्म का निर्देशन जोहार छत्तीसगढ़ फेम देवेंद्र जांगड़े करेंगे।

रायपुर के सिविल लाइन स्थित सरकारी आवास में फिल्म निर्माण की घोषणा करते हुए जकांछ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, हमने अजीत जोगी की बायोपिक बनाने फैसला किया है। यह फिल्म हिंदी और छत्तीसगढ़ी में बनेगी। उन्होंने बताया, दिवंगत अजीत जोगी का जीवन लंबे संघर्षों और घटनाओं से भरपूर रहा है। फिल्म के लिए उसे दो घंटे में समेटना है। इसके लिए उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं को ही फिल्म में दिखाने की कोशिश होगी। उन्होंने कहा, स्क्रिप्ट पर काम हो रहा है। उनके मुंबई के कुछ मित्रों का भी इसमें सहयोग मिल रहा है।

फिल्म के निर्देश देवेंद्र जांगड़े ने कहा, यह फिल्म हम लोगों का सपना है। अभी फिल्म का बजट तय नहीं है। हमारी कोशिश होगी कि इसे बेहतर से बेहतर बनाया जाए। उनकी कोशिश होगी कि दिवंगत अजीत जोगी को चाहने वालों के सामने एक बार फिर से वे पुनर्जीवित हो जाएं। फिल्म के निर्माता अरविंद कुर्रे ने कहा, यह पहली बार होगा जब छत्तीसगढ़ के किसी राजनेता की बायोपिक बनेगी। उनका कहना था, इस फिल्म के जरिए अजीत जोगी का जीवन और काम बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंचेगा। संगीतकार हेमलाल चतुर्वेदी ने कहा, नये राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ का अस्तित्व बनाने में अजीत जोगी की भूमिका सामने आएगी।

फिल्म के निर्देशक देवेंद्र जांगड़े ने बताया, अजीत जोगी का किरदार कौन निभाएगा यह अभी तय नहीं है। प्रदेश के कोने-कोने में बड़े स्तर पर ऑडिशन आयोजित कर कलाकारों का चयन किया जाएगा। जो कलाकार दिवंगत अजीत जोगी जैसे बड़े व्यक्तित्व को अपने अभिनय में ला पाएगा उसे किरदार दिया जाएगा।

29 अप्रेल 1946 को तत्कालीन बिलासपुर जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे अजीत जोगी एक नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने थे। करीब 20 वर्षों तक छत्तीसगढ़ की राजनीति की धुरी बने रहे अजीत जोगी का 29 मई 2020 को निधन हो गया था। निधन से करीब एक महीने पहले उन्होंने अपनी आत्मकथा पूरी की थी। बाद में उनकी पत्नी रेणु जोगी ने उसे प्रकाशित कराया। सपनों के सौदागर नाम से जोगी की आत्मकथा 19 अक्टूबर को आई थी।

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