छत्तीसगढ़ी बोरे-बासी की प्रसिद्धि गर्व का विषय : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस पर मुख्यमंत्री ने दी राज्य के श्रमवीरों को बधाई
श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना की घोषणा, सियान श्रमिकों को एकमुश्त मिलेंगे 10 हजार रूपए
महिलाओं को ई-रिक्शा में अब 50 हजार की जगह 1 लाख रूपए का मिलेगा अनुदान
अब 21 वर्ष की आयु तक की बालिकाओं को मिलेगा नोनी सुरक्षा योजना का लाभ
रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर आज यहां बीटीआई मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने आज के श्रम दिवस को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगो से बोरे बासी खाने का आह्वान किया था और लोगों ने उनके आह्वान का समर्थन करते हुए इसे विदेशों तक पहुंचा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग लगातार बोरे बासी के बारे में जानकारी जुटा रहे थे और आज अधिकांश लोगों ने बोरे बासी खाया भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक छत्तीसगढ़ी व्यंजन की इस तरह की प्रसिद्धि से गर्व महसूस कर रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्रम विभाग की अलग अलग योजनाओं के हितग्राहियों से मुलाकात की एवं उन्हें सामग्री वितरित की। इस दौरान मुख्यमंत्री श्रमिकों के बच्चों के साथ खेलते हुए भी नजर आए, एक बच्ची को मुख्यमंत्री ने गोद में उठाकर प्यार किया तो वहीं एक अन्य बच्ची को उन्होंने अपने हथेली पर खड़ा कर उसे दुलार दिया। इस अवसर पर श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी देने वाली पत्रिका का विमोचन मुख्यमंत्री एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने मंच से संबोधित करते हुए प्रदेश के सभी श्रमवीरों को श्रम दिवस की बधाई देते हुए नई घोषणाएं भी कीं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बुजुर्ग मजदूरों के लिए श्रमिक सियान सहायता योजना में एकमुश्त 10 हजार रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने महिला स्वावलंबियों को आगे बढ़ाने के लिए ई रिक्शा में अब 50 हजार की जगह 1 लाख रूपए का अनुदान देने की घोषणा ने की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ये नोनी सशक्तीकरण योजना में 18 वर्ष की आयु सीमा में 3 वर्ष की वृद्धि करते हुए अब योजना का लाभ 21 वर्ष तक की बालिकाओं को देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने एक मई को शुरू की गयी मितान योजना के बारे में भी घोषणा की है कि दूसरे चरण में ये योजना ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू की जाएगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रम मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने कहा कि श्रमिकों के बिना निर्माण कार्य संभव नहीं है। उन्होंने श्रमिकों को राज्य के विकास का आधार स्तंभ बताया। छत्तीसगढ़ भवन संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सन्नी अग्रवाल ने कहा कि श्रमिकों के हितों के लिए आर्थिक विकास हो सके इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों के जीवन पर्यन्त तक की महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं। श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सफी अहमद ने कहा की मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार की आर्थिक नीति बेरोजगारी दूर करने और लोगों को रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है जिससे राज्य में गरीबों, मजदूरों और किसानों का विश्वास सरकार के प्रति बढा है।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नोनी सशक्तिकरण योजना ,ननिहाल छात्रवृत्ति योजना ,मेधावी छात्रवृत्ति योजना, भगिनी प्रसूति सहायता योजना, मुख्यमंत्री ई-रिक्शा योजना सहित अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को चेक भी वितरण किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, विधायक एवं संसदीय सचिव श्री रेख चंद जैन, , विधायक एवं संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल,छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन ,महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक, विधायक श्री बृहस्पत सिंह, विधायक श्रीमती अनीता योगेंद्र शर्मा , जनप्रतिनिधि गण, विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में राज्य के विभिन्न जिलों से आए श्रमिक उपस्थित थे।