November 18, 2024

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का महाभियान शुरू , खाद्य मंत्री ने मां अन्नपूर्णा देवी की अराधना कर किया धान खरीदी का शुभारंभ

राज्योत्सव के साथ ही प्रदेश में आज से धान खरीदी शुरू प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
इस साल 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान, 25.72 लाख किसानों का पंजीयन
रायपुर| खाद्यमंत्री श्री अमरजीत भगत ने रायपुर जिले के मंदिरहसौद सहकारी समिति में मां अन्नपूर्णा देवी की अराधना कर धान खरीदी महाभियान का शुभारंभ किया। राज्योत्सव के साथ ही आज से प्रदेश के पंजीकृत किसानों से धान खरीदी शुरू हो गयी है। मंत्री श्री भगत ने प्रदेश में आज से शुरू हो रहे धान खरीदी के महाभियान पर किसानों और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से प्रदेश में खेती-किसानी में नये उत्साह का संचार हुआ है। खेतों से दूर हो रहे किसान खेतों की ओर लौटे हैं और खेती का रकबा भी बढ़ा है।  

राज्योत्सव के साथ ही खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में प्रदेश के पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गयी है। इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.72 लाख किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग एक लाख 67 हजार से ज्यादा नये किसान है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा।
मंत्री श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए एक नवम्बर 2022 से धान ,खरीदी शुरू हो गयी है। किसानों से सुगमतापूर्वक धान खरीदी के लिए राज्य शासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थाएं कर ली गई है। किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की दिक्कत न आए, इसको लेकर सभी केन्द्रों में बेहतर प्रबंध किए जाने के साथ ही व्यवस्था पर मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। धान खरीदी हेतु बारदाने की व्यवस्था कर ली गई है। धान खरीदी के लिए सभी समितियों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। 
उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स का पंजीयन किया जा रहा है। राज्य में अवैध धान की आवक रोकने तथा संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों पर निगरानी के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। सीमावर्ती सोसायटियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ में धान का अवैध परिवहन न हो, इसकी रोकथाम के लिए चेकपोस्ट भी बनाए गए हैं, जहां अधिकारियों की टीम माल वाहकों पर कड़ी निगरानी रखेगी। इस मौके पर मार्कफेड के एमडी श्री मनोज के. सोनी, समिति के अध्यक्ष प्रताप सिंह ध्रुव, नगर पंचायत मंदिर हसौद के अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि और संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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