heart Attack : कमजोर हो रहा है मासूमों का दिल! 13 साल की बच्ची की हार्ट अटैक की मौत
हैदराबाद। भारत में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा बीते कुछ महीनों मे तेजी से बढ़ा है. आप ऐसा भी कह सकते हैं कि कोरोना के बाद से heart Attack मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. हालांकि ऐसा क्यों हुआ इसके पीछे कोई ठोस कारण सामने नहीं आया. कई स्पेशलिस्ट कहते हैं कि कोरोना के बाद शरीर के अंदर कई तरह के बदलाव हुए हैं. जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है. हैदराबाद के महबूबाबाद मारीपेड़ा मंडल के अंदर आने वाले अब्बैपलेम गांव में एक 13 साल की लड़की की मौत हार्ट अटैक से हो गई.
बच्ची छठी क्लास में पढ़ती थी. उसका नाम बोड़ा श्रावंती है. गुरुवार रात उसको सांस लेने में तकलीफ हुई. आमतौर पर ऐसा होता है तो घर वाले बहुत ज्यादा सीरियस नहीं लेते. किसी को भी उम्मीद नहीं थी ये हार्ट अटैक है. तुरंत तैयारी हुई कि बच्ची को डॉक्टर के पास ले जाया जाए मगर इससे पहले ही वो गिर पड़ी और वहीं उसकी मौत हो गई. बच्ची अपने दादा-दादी के घर पर थी.
बीते कुछ महीनों में तेजी से बढ़े मामले
बीते कुछ महीनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों के मामले तेजी से आए हैं. कहीं कोई डांस करता-करता वहीं गिर पड़ा और मौत हो गई. रंगमंच के दौरान कई कलाकारों की मौत हार्ट अटैक से हो गई. जिम करते वक्त किसी की डेथ हो गई.
30 मिनट के भीतर बच्ची की मौत
तेलंगाना में भी इस तरह के मामले देखने को मिल रहे हैं. बीते एक-दो महीनों में युवाओं को कार्डियक अरेस्ट की हो रहा है. पुलिस ने बताया कि गुरुवार की रात बिटिया सबके साथ सो गई. लेकिन करीब 12 बजे के बाद अचानक उठी और अपनी दादी को बताया कि उसकी सांस फूल रही है और सीने में दर्द हो रहा है. ज्यादातर मामलों में घरवाले इसे गैस या कुछ और कहते हैं और कुछ देर तक घरेलू उपचार ही देते हैं. बच्ची को तेज दर्द होने लगा तो घरवाले तुरंत ऑटो लेने गए. लेकिन जब तक वो ऑटो आ पाता उस वक्त तक उसकी मौत गई. बच्ची के चाचा ने सीपीआर भी दिया लेकिन इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ.