अक्षय तृतीया: बिक्री के नये तरीके तलाश रहे सर्राफा कारोबारी
मुंबई। देश भर में कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिये लागू लॉकडाउन के बीच अक्षय तृतीया के आ जाने के कारण आभूषण विक्रेता बिक्री के नये तरीकों को आजमा रहे हैं. हालांकि इस बार अक्षय तृतीया पर सोने की मांग कम रहने के आसार हैं।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के अध्यक्ष अनंत पद्मनाभन ने बताया, “कोविड-19 वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश भर में बंद लागू है. इस दौरान अक्षय तृतीया के इसकी चपेट में आ जाने से सालाना कारोबार के 15 प्रतिशत के बराबर राजस्व हानि हो सकती है.”
उन्होंने कहा कि चालू कैलेंडर वर्ष के शुरुआती कुछ महीनों में सोने की अधिक कीमत और कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण उपभोक्ताओं की धारणा काफी कमजोर रही है.
उन्होंने कहा, “कोविड-19 महामारी के कारण, देश भर के स्टोर बंद हैं. हालांकि, व्यक्तिगत स्तर पर, ज्वैलर्स अभी बुक करें और भुगतान व डिलीवरी बाद में जैसे कई अन्य अभिनव ऑनलाइन ऑफ़र के माध्यम से अपने ग्राहकों तक पहुंच रहे हैं. उपभोक्ता इन उपायों पर किस तरह की प्रतिक्रिया देते हैं, यह अभी देखना होगा.”
पद्मनाभन ने कहा कि आगे जाकर डिजिटल खरीदारी विकल्प के बतौर बढ़ेगा, लेकिन खुदरा स्टोरों पर छूने, अहसास करने और पहन कर देखने जैसे पहलू पहले की तरह मजबूती से कायम रहेंगे.
विश्व स्वर्ण परिषद के प्रबंध निदेशक (भारत) सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि कीमतें अधिक और अस्थिर बनी हुई हैं, स्थानीय बाजार की कीमतों में अधिक छूट है, लॉजिस्टिक्स में सोने की सीमित उपलब्धता है, कारीगर दूसरे स्थानों पर चले गये हैं और आभूषण स्टोर बंद हैं.
उन्होंने कहा, “इस परिदृश्य में, अक्षय तृतीया सोने के लिए एक फीका अवसर साबित होग.” वामन हरि पेठे ज्वैलर्स के निदेशक आदित्य पेठे ने कहा कि सोने की खरीद के लिए शुभ माने जाने वाले अक्षय तृतीया के दिनों में सोने की सर्वाधिक खरीद की जाती है. तालाबंदी के बाद, सर्राफा उद्योग गुड़ी पड़वा और शादी के मौसम में होने वाली बिक्री से चूक गया है.
कल्याण ज्वैलर्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक टी.एस. कल्याणरमन ने कहा कि पारंपरिक रूप से, अक्षय तृतीया के मौके पर कंपनी की अधिकांश बिक्री शोरूमों के माध्यम से होती है.
उन्होंने कहा, “इस बार, हालांकि हमारे शोरूम लॉकडाउन के कारण बंद हैं, लेकिन हमें नियमित ग्राहकों से कई प्रश्न मिले जो अक्षय तृतीया के दौरान सोने की खरीद की परंपरा को बनाए रखना चाहते हैं. यही कारण है कि हम गोल्ड ओनरशिप सर्टिफिकेट की अवधारणा लेकर आए हैं, जिसे हमारी वेबसाइट पर खरीदा जा सकता है. यह अनूठा है कि आदेश की पुष्टि होने पर, ग्राहकों को अक्षय तृतीया के दिन ईमेल या व्हाट्सएप के माध्यम से यह प्रमाण पत्र प्राप्त होगा-इस तरह, उसी दिन सोने के मालिक होने की परंपरा को कायम रखा गया है.”
सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के कार्यकारी निदेशक सुवनकर सेन ने कहा, “ग्राहक सांकेतिक खरीद कर सकें, इस बात को सुनिश्चित करने के लिए हम भविष्य में बिक्री के लिए बुकिंग के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं.”