November 7, 2024

‘चेहरे पर नहीं, कमल के फूल पर चुनाव’: BJP प्रभारी माथुर बोले- CM बाद में होगा तय; कांग्रेस अपने अंदर झांके

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि, प्रदेश में भाजपा इस बार चेहरे पर नहीं, बल्कि कमल के फूल पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि, पार्टी के जीतने के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह केंद्रीय कमेटी तय करती है। हम पहले भी कई राज्यों में चेहरे और कई में बिना चेहरों के चुनाव लड़ चुके हैं। हमारा हर कार्यकर्ता महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री बाद में तय होगा। प्रदेश प्रभारी माथुर मंगलवार को राजनांदगांव में मीडिया से बात कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने केंद्र सरकार के नौ साल की उपलब्धियां गिनाईं।

भाजपा कार्यालय में प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि, कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है। वहां सबकुछ वही परिवार तय करता है, लेकिन भाजपा में ऐसा नहीं है। यहां पर लोकतांत्रिक तरीके से व्यवस्था चलती है। पार्टी की केंद्रीय कमेटी है, जो चेहरे तय करती है। किसे पद देना है और किसे नहीं, ये पार्टी को तय करना होता है। कार्यकर्ता का काम चुनाव लड़ना है। जिसे टिकट दिया गया, वह चुनाव में खड़ा होगा। यहां इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि कौन सा चेहरा बड़ा या छोटा है। एक कार्यकर्ता भी ऊंचे पायदान पर पहुंचता है।

पार्टी में 30 से 40 फीसदी नए चेहरों को टिकट
ओम माथुर ने टिकट वितरण को लेकर कहा कि, यह पार्टी का सिस्टम है। पिछले सारे चुनाव जो अन्य प्रांतों में हुए हैं, वहां भी देखेंगे तो पता चलेगा कि 30 से 40 फीसदी नए लोग आते ही आते हैं। नहीं तो इतनी बड़ी पार्टी कैसे बनती। यहां भी बहुत सारे नए चेहरे बैठे हुए हैं। पार्टी क्या करेगी, क्या नहीं करेगी, यह ऐसे तय नहीं किया जाता है। पिछली बार सीटें कम आई थीं। अब आगे क्या होगा, उसका भी इंतजार करिए। सारे पेपर आज ही तो आउट नहीं कर देंगे, लेकिन मानकर चलिए कि भारी बहुमत से हम सरकार बनाने वाले हैं।

यूपीए की सरकार में ईडी ने कार्रवाई की, तब तो हम नहीं थे
छत्तीसगढ़ में चल रही ईडी की कार्रवाई को लेकर प्रभारी ओम माथुर ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। कहा कि, यूपीए-1 और यूपीए-2 की सरकार के समय तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे। तब भी ईडी और सीबीआई ने कार्रवाई की। उनके ही अलायंस के नेताओं को पकड़ा। ईडी और सीबीआई संवैधानिक संस्था है। अपना काम रुटीन से करती है। गुजरात के सीएम रहते नरेंद मोदी से पूछताछ हुई। गृहमंत्री को जेल में रखा, तब भाजपा ने तो आंदोलन नहीं किया। फिर आप क्यों कर रहे हैं। इसलिए पहले अपने अंदर झांके कि हमने क्या किया।

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