December 24, 2024

CG – 12.30 करोड़ सीज़ : ऑनलाईन सट्टा पर पुलिस का बड़ा एक्शन,10 लाख नगद सहित 4 आरोपी अरेस्ट

bsp-satta

बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में ऑनलाईन सट्टा के खिलाफ पुलिस का तगड़ा अभियान सभी जिलों में चल रहा हैं। इसी कड़ी में बिलासपुर पुलिस ने बड़ा एक्शन लेते हुए इस अवैध कारोबार से जुड़े 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस की टीम ने इस कारोबार से जुड़े 275 से अधिक बैंक अकाउंट को होल्ड कराकर 12 करोड़ 30 लाख रूपये सीज किये हैं। इसके साथ ही पुलिस ने गिरफ्तार चारों आरोपियों के कब्जें से 10 लाख रूपये कैश सहित 30 मोबाइल, 10 लैपटाॅप और 10 एटीएम कार्ड जब्त किया हैं। बिलासपुर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद सट्टा कारोबारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ हैं।

गौरतलब हैं कि बिलासपुर एसपी संतोष सिंह ने ऑनलाईन सट्टा बैटिंग प्लेटफार्म के अवैध कारोबार के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई का निर्देश दे रखा हैं। बिलासपुर पुलिस ने ऑनलाईन सट्टा के इस अवैध कारोबार के खिलाफ एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की हैं। जानकारी के मुताबिक थाना तारबाहर पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर 4 आरोपियों को अरेस्ट किया हैं। एसपी संतोष सिंह ने खुलासा किया कि ऑनलाईन सट्टा के इस कारोबार के लिए फर्जी बैंक खाता खुलवाकर 50 करोड़ से अधिक रकम का ट्रांजेक्शन किया गया था। इस अपराध की विवेचना क्रम में यह स्पष्ट हुआ कि घटना में प्रयुक्त बैंक खातों का प्रयोग ऑनलाइन सट्टा महादेव बुक, रेड्डी अन्ना में ऑनलाइन सट्टा खेलने के रकम लेन देन में किया गया है।

फर्जी बैंक खाता खोलने के लिए सार्थक, एवम् क्षितिज स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले अपने जान-पहचान वाले लोगों को शेयर ट्रेंडिंग का कारण बता कर फर्जी बैंक खाता खुलवाते थे। बैंक रकम ट्रांजेक्शन में प्रयोग होने वाले पासवर्ड, यूपीआईडी कार्ड आदि मुहैया कराने का काम करते थे । बैंक खाता खोलने में यस बैंक,एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, आईडीएफसी के कर्मचारियों की भूमिका पाई गई है। पुलिस की जांच में ये भी खुलासा हुआ हैं कि बैंक खाता में जो मोबाइल नंबर रजिस्टर पाया गया, उक्त मोबाइल नंबर खाता धारक के नही हैं। छितिज के कहने पर फर्जी मोबाइल नंबर को खाता में रजिस्टर कर दिया गया। जिससे ऑनलाइन बैंकिंग और यूपीआई ट्रांजेक्शन में ऑनलाइन सट्टा खेलाने वालों को पैसा लेन-देन करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती थी।

जहां पर मोबाइल सिम बेचे जाते हैं उन दुकानों में मोबाइल सिम पडेट करते समय एक बार की बजाए दोबारा फिंगरप्रिंट स्केनर कर लिया गया और दो बार फोटो खीचकर फर्जी सिम कार्ड चालू कर लिया गया। उक्त सीम कार्ड को महंगे दामों पर ऑनलाइन वेटिंग सट्टा खिलाने वालों को बेच दिया जाता था। बिलासपुर में ऐसे मोबाईल दूकान संचालको की पहचान कर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने खुलासा किया हैं कि सट्टा कारोबार से जुड़े लोग बैंक कर्मचारियों से मिलीभगत कर बैंक खाता खोलकर ऑनलाईन सट्टा में इन बैंक खातों का उपयोग किया करते थे। पुलिस ने ऐसे 24 एकाउंट की पहचान की हैं।

इन फर्जी एकाउंट में यूपीआई चालू करने के लिए कुछ मोबाईल दुकान वालों से मिलकर बकायदा फर्जी सिम एकाउंट से लिंक करते थे। पुलिस ने अपनी जांच के बाद महादेव एप प्लैटफार्म से संबंधित 600 व्ही.आई.पी. मोबाईल नंबर की पहचान की है,जिनकों डिएकटिवेट कराने की काम किया जा रहा हैं। पुलिस ने अपनी कार्रवाई में बैंगलोर निवासी रजत जैन,बिलासपुर सरकंडा निवासी क्षितिज भारद्वाज, बाॅबी जाघव और कार्तिक विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जें से 10 लाख रूपये कैश के साथ ही 30 मोबाइल, 10 लैपटाॅप और 10 एटीएम कार्ड जब्त किया हैं। इसके साथ ही 12 करोड़ 30 लाख रूपये बैंक एकाउंट में सीज करने की बड़ी कार्रवाई की हैं।

error: Content is protected !!