खाकी की सट्टेबाजों से सांठगांठ, आरोपियों से पुलिस ने खातों में कराये 23 लाख रुपये ट्रांसफर, अब तीन सस्पेंड
ग्वालियर। एमपी में पुलिस का एक बड़ा भ्रष्ट चेहरा सामने आया है, दरअसल क्रिकेट पर सट्टा लगवाने की शिकायत पर एक टाउनशिप में छापा मारने पहुंची पुलिस की एक पार्टी ने वहां पकड़े गए सटोरियों के साथ बड़ी डील की और पुलिस ने चोरों वाला काम करते हुए सटोरियों से 23 लाख रुपये की घूस बसूल लिए। इनका दुस्साहस इतना कि उन्होंने यह रुपया ऑन लाइन खातों में ट्रांसफर किया, इस मामले का खुलासा होते ही एसपी ने देर रात एक सब इंस्पेक्टर और दो आरक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तीनो को सस्पेंड कर दिया। इस एफआईआर में एक अज्ञात को भी शामिल किया गया है।
दरअसल इंग्लैंड और न्यूजीलेंड के बीच क्रिकेट मैच था, क्राइम ब्रांच के हवलदार विकास तोमर ने क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारी अमर सिंह सिकरवार को सूचना दी कि एम के सिटी में ऑन लाइन क्रिकेट सट्टा चलने की सूचना है। टीआई ने उसे इस इनपुट की तस्दीक करने को कहा, थोड़ी देर बाद टीआई ने विकास को कॉल करके कहा कि वह एम के सिटी में सटोरियों के फ्लैट पर पहुंच गया है, वहां पर लगभग डेढ़ दर्जन लोग मौजूद हैं। आरोपियों की संख्या अधिक होने पर टीआई ने सब इंस्पेक्टर राहुल अहिरवार को सिरोल के थाना प्रभारी विनय तोमर की टीम के साथ मौके पर भेजा गया। इस बीच इस मामले में सटोरियों से पैसे लेने की सुगबुगाहट शुरू हुई तो क्राइम ब्रांच टीआई ने जांच शुरू की और एसपी राजेंश चन्देल को भी बताया।
थोड़ी ही देर में यह तथ्य उजागर हो गया कि सटोरियों की तरफ से छापा मारने गए एसआई और दो पुलिस कर्मियों के खातों में तीन किश्तों में 10 लाख, 8 लाख और 5.15 लाख रुपये दो खातों में ट्रांसफर के जरिये भेजे गए, बाद में यह भी पता चला कि इन्होंने सटोरियों से 10 हजार नकद और दो मोबाइल पहले ही लेकर अपनी जेब मे रख लिए थे। इसके बाद पुलिस अधिकारियों में हड़कम्प मच गया, दिन भर अफसर सिरोल थाने पहुंचकर आरोपियों से पूछताछ करते रहे। जब खातों में पैसे ट्रांसफर होने की पुष्टि हो गई तो देर रात पुलिस वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।