104 वें पुलित्जर पुरस्कारों की घोषणा, विजेताओं में तीन भारतीय भी शामिल
नई दिल्ली। कोलंबिया विश्वविद्यालय ने सोमवार को 15 पत्रकारिता और सात पुस्तक, नाटक और संगीत श्रेणियों में पुलित्जर पुरस्कारों की घोषणा की। तीन भारतीय फोटोग्राफरों, चन्नी आनंद, मुख्तार खान और डार यासिन को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिसमें फोटोग्राफी श्रेणी में कश्मीर पर बनाई गई तस्वीरों को शामिल किया गया था।
पत्रकारिता में पुलित्जर पुरस्कार से पहली बार 1917 में सम्मानित किया गया था। अमेरिका में इसे पत्रकारिता क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है।
पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित तीनों भारतीय जम्मू कश्मीर के निवासी हैं। पिछले साल घाटी में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद के हालातों को अपने कैमरे के जरिए लोगों तक पहुंचाने वाले इन फोटोग्राफर्स को पुलित्जर फीचर फोटोग्राफी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बता दें कि यह तीनों ही लोग समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के लिए काम करते हैं।
चन्नी आनंद जम्मू में हैं। वह जगह जो आय दिन हिंसा का अनुभव करती है. इनके लिए लोगों को अपने घरों से भागते देखना नियमित हो गया है।
मुख्तार खान का जन्म और परवरिश कश्मीर के भारतीय हिस्से में हुई, जहां उन्होंने अपना सारा समय व्यतीत किया. अपने दो दशक के लंबे करियर में, उन्होंने बड़े पैमाने पर इस क्षेत्र को कवर किया है। कश्मीर संघर्ष के बाद, 2005 में आए भूकंप ने उनके क्षेत्र को हिला दिया।
डार यासीन का जन्म 1973 में कश्मीर में हुआ था. उन्होंने भारत के दक्षिण में कंप्यूटर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में स्नातक की पढ़ाई की।