OMG! अब बंदर नहीं रह गया जंगली जानवर, वाइल्ड एनिमल्स की लिस्ट से आउट हुआ मंकी, लंगूर अभी भी वन्य जीव कैटेगरी में शामिल
मेरठ। अगर आपके क्षेत्र में बंदरों का आंतक बढ़ता है और आप नगर निगम या फिर वन विभाग में इसकी शिकायत करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल अब बंदर वाइल्ड एनिमल की लिस्ट में नहीं रह गया है. अब बंदरों की समस्या से अगर आप त्रस्त हैं तो इसकी शिकायत अब वन विभाग में नहीं की जा सकेगी क्योंकि बंदर अब वाइल्ड एनिमल नहीं रह गया है. जी हां! अब यदि अब बंदरों से जुड़ी समस्या से परेशान हैं तो आप नगर निगम नगर पालिका से ही संपर्क कर सकते हैं.
दरअसल बंदर और कुत्ता अब एक ही श्रेणी में आ गए हैं. हालांकि लंगूर अभी भी वाइल्ड एनिमल की लिस्ट में शामिल है. बता दें, बंदरों के आतंक से निपटने के लिए कई बार वन विभाग नई तकनीक अपनाता नजर आया होगा. कहीं लंगूर के कटआउट लगाए गए तो कहीं और कोई प्रयोग किया गया ताकि बंदर रिहायशी इलाके में न आ सके.
जिला वन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि वाइल्ड लाइफ एनिमेल्स में एमेंडमेंट किया गया है. इसमें देसी बंदर शामिल नहीं किया गया है. अब बंदर का संरक्षण नगर निगम नगरपालिका ग्राम पंचायतों के अधीन है. इससे जुड़ी समस्याओं का निराकरण भी नगर निगम नगरपालिका ही कर सकेंगे. वाइल्ड लाइफ की कैटेगरी से बंदर आउट कर दिया गया है लेकिन वन्य जीव विहार क्षेत्र में कोई भी पशु छोड़ना होता है तो चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन की परमीशन लेनी पड़ेगी.
राजेश कुमार ने बताया कि जंगल में कोई जंगली जीव को कोई दिक्कत न आए इसलिए ये कदम उठाया जाता है. राजेश कुमार ने बताया कि लंगूर अभी भी वाइल्ड एनिमल है. लेकिन बंदर अब वन्य जीव नहीं रह गया है. लंगूर का शेड्यूल में नाम है.