CG – 3100 का लालच; सीमा पर चल रहा धान खपाने का खेल, पूर्व सरपंच पति के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज
गरियाबंद। ओडिशा, झारखंड, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती जिलों में धान खपाने का सालों से चल रहा खेल इस साल भी बदस्तूर जारी है। प्रशासन की तमाम कवायद तस्करों के आगे दम तोड़ती नजर आ रही है. वहीं छुटपुट कार्रवाई कर पुलिस-प्रशासन अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रही है. ऐसे ही एक मामले में जब्त धान का उठाव कर सोसायटी में बेचने वाले दबंग पूर्व सरपंच पति के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, 10 दिसम्बर को बरबहली के नवापारा में लोचन ध्रुव के घर के आगे 500 बोरा धान के अवैध भंडारण की सूचना पर एसडीएम अर्पिता पाठक के निर्देश पर पटवारी ने जब्ती कार्रवाई की थी। कार्यवाही के दरम्यान कोई सामने नहीं आया था, ऐसे में जब्तशुदा 500 बोरा धान को ग्राम कोटवार जयचंद प्रधान के सुपुर्द कर दिया गया था. जब्ती के दो दिन बाद कुछ रकबा के आधार पर पूर्व सरपंच पति पुनीत सिन्हा ने दावा किया। इस दावे के बाद मामले में रकबा पड़ताल व अन्य जांच जारी था, लेकिन इसी बीच 24 दिसंबर को जब्तशुदा धान को पुनीत सिन्हा ने परिवहन कर बरबहली केंद्र में ले जाकर बेच भी दिया। मामले में कोटवार की सूचना पर दो दिनों तक सोए रहने के बाद पुलिस ने अब जाकर मामला दर्ज किया है।
ओडिशा सहित आसपास के राज्यों से बदस्तूर जारी अवैध परिवहन
धान की ज्यादा कीमत मिलने की वजह से हर साल बड़ी मात्रा में ओडिशा से छत्तीसगढ़ अवैध परिवहन होता है. इस पर लगाम कसने के लिए प्रशासन ने सीमा पर 20 से ज्यादा चेक पोस्ट बनाने के साथ कार्रवाई के लिए क्राइम की टीम भी लगाई है. लेकिन इन सबके बावजूद ओडिशा से धान का अवैध परिवहन बदस्तूर जारी है. बीते डेढ़ महीने में प्रशासन की ओर से गिनती के 12 वाहनों को जब्त कर करीबन 1600 बोरी धान जब्त किया गया है.इसी तरह झारखंड, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से लगे सीमावर्ती जिलों में भी धान का अवैध परिवहन बदस्तूर जारी हैं।