October 8, 2024

रायपुर के नए SP संतोष सिंह…,नशे के खिलाफ जिनके मुहिम को मिली देशभर में पहचान, आज संभाला पदभार

रायपुर। राजधानी के नए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने आज पदभार संभाल लिया हैं। वे इससे पहले बिलासपुर के एसपी थे, जबकि बिलासपुर से ठीक पहले गृह विभाग ने उन्हें उर्जाधानी कोरबा की कमान सौंपी थी। 2011 बैच के आईपीएस अफसर संतोष सिंह साफ छवि के लेकिन सख्त अधिकारी माने जाते हैं। अपने तैनाती वाले जिलों में वे लगातार नशे के खिलाफ अभियान भी चलाते हैं। उनके इस अभियान निजात को न सिर्फ छत्तीसगढ़ में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिल चुकी हैं। उम्मीद जताई जा रही हैं कि संतोष सिंह के कमान सँभालने के बाद राजधानी में नशे की तस्करी, कारोबार और युवाओं में नशेबाजी की आदत पर लगाम लगेगी। उनका ऑपरेशन निजात कोरबा में काफी सफल माना जाता हैं। सैंकड़ो लोगों को नशामुक्त करने और नशे के कारोबार पर भी लगाम लगाने में उनकी यह पहल काफी सफल रही थी।

मूलतः उत्तर प्रदेश के रहने वाले संतोष सिंह के पिता भी पत्रकार हैं। बेहतर पुलिसिंग के लिए कोरिया जिले रहते हुए एसपी संतोष सिंह का चयन ‘IACP अवॉर्ड 2021’ के लिए किया गया था। यह सम्मान अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय संस्था इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ्स ऑफ पुलिस की ओर से दिया जाता है। तब इस सम्मान के लिए 6 देशों के 40 पुलिस अफसरों को चयन किया गया था। इसमें भारत से दो IPS अफसर संतोष सिंह और उत्तर प्रदेश कैडर के IPS अमित कुमार का नाम शामिल था।

IPS संतोष सिंह के नाम प्रदेश में कार्य करने के दौरान तमाम उपलब्धियां दर्ज हैं। उन्होंने बस्तर पोस्टिंग के दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बेहतर काम किया। वहीं महासमुंद SP रहने के दौरान बाल हितैषी पुलिसिंग को मजबूत करते हुए करीब एक लाख बच्चों को सेल्फ-डिफेंस की ट्रेनिंग दिलवाई। जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड है। इन कार्यों के लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दिसंबर 2018 में ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ का अवॉर्ड दिया था।

रायगढ़ पोस्टिंग के दौरान क्राइम कंट्रोल के साथ कोविड में प्रशंसनीय कार्य किया। पुलिस हेल्प-डेस्क के जरिए जरूरतमंदों को कोविड के प्रथम चरण में करीब एक लाख और दूसरे चरण में 40 हजार सूखा राशन व फूड पैकेट्स उपलब्ध कराए गए।

रायगढ़ पुलिस ने जनसहयोग से मास्क-जागरूकता के लिए चर्चित अभियान ‘एक रक्षा-सूत्र मास्क का’ चलाया। इसके तहत पिछले वर्ष रक्षाबंधन के दिन 12.37 लाख मास्क बंटवाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। जो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड व इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।

कोरिया में निजात अभियान के तहत नारकोटिक्स व ड्रग्स के विरुद्ध कार्रवाई व जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जबकि यही अभियान उन्होंने कोरबा और बिलासपुर में भी चलाया था।

error: Content is protected !!