November 15, 2024

CG : मजदूर के परिवार को मदद देने कंपनी ने किया इंकार तो भड़के मंत्री, दी ये चेतावनी…

बलौदाबाजार । Company refused the minister to help the laborer family: छत्तीसगढ़ में अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement) प्लांट हिरमी प्रबंधन की मनमानी और घोर लापरवाही बरतने की शिकायत राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से की गई है. मंत्री ने संबंधित प्रबंधन से पीड़ित परिवार को मुआवजा और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए, लेकिन प्रबंधन की तरफ से आए अधिकारियों ने ठेका श्रमिक की मौत पर किसी भी तरह की मदद करने से इंकार कर दिया. इस बात पर मंत्री भड़क गए और घेराबंदी कर कंपनी पर कार्रवाई करने की चेतावनी दे दी. यह मामला बलौदाबाजार (Balodabazar) जिले का है.

ये है पूरा मामला
बता दें कि 3 जुलाई 2023 को अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट हिरमी के पैकिंग यूनिट में काम करने वाले महेश अनंत अपने निर्धारित समय पर नौकरी करने कंपनी में गए थे. जहां तबियत बिगड़ी और एम्बुलेंस से उन्हें उनके घर परिवार के सदस्यों को लेने के लिए भेजा गया। परिजनों की शिकायत है कि पहले महेश अनंत को तिल्दा अस्पताल और फिर बिना इलाज किए रायपुर अस्पताल ले जाया गया था. जहां 4 जुलाई को उनकी मृत्यु हो गई. मृत्यु के बाद न तो अस्पताल प्रबंधन ने पंचनामा बनाया और न ही पोस्टमार्टम किया गया. बल्कि सतनामी समाज में शव को मिट्टी में दफन करने का रिवाज है, लेकिन अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट हिरमी के अधिकारियों ने मनमानी करते हुए महेश अनंत के शव को जला दिया। परिवार के लोग इस बात की शिकायत थाना से लेकर उच्च अधिकारियों तक की थी.

कार्रवाई नहीं तो मंत्री से हुई शिकायत
मजदूर यूनियन द्वारा भी मुद्दा उठाए जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में महेश अनंत की पत्नी और बेटी ने मंत्री टंक राम वर्मा से मिलकर शिकायत की. मंत्री टंक राम वर्मा ने अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट के एचआर मैनेजर सहित अन्य अधकारियों को बुलाकर पीड़ित परिवार को मुआवजा सहित आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. लेकिन प्रबंधन किसी भी प्रकार से मदद नहीं कर पाने की बात कह दी. इस बात से नाराज मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि कार्य दिवस पर कंपनी में काम के दौरान तबियत बिगड़ी, बिना ऑक्सीजन के उन्हें एम्बुलेंस में ले जाया गया, सुविधा के साथ ले जाते तो जान बच सकती थी. इसलिए यह कंपनी की घोर लापरवाही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नौकरी और मुआवजा नहीं दिया तो कंपनी की घेराबंदी करेंगे. इधर इस पूरे मामले में प्रबंधन ने मीडिया की मौजूदगी होते ही फोन बंद कर दूरी बना ली.

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