December 24, 2024

CG : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बड़ा फर्जीवाड़ा; पंजाब, हरियाणा, बंगाल के फर्जी नामों से निकाले जा रहे हैं करोड़ों रुपये, 854 केस आए सामने…

FARZIWADA-KISAN

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले से किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) में बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है. बेमेतरा (Bemetra) जिले के अंतर्गत आने वाले बेरला ब्लॉक के ग्राम पंचायत बार गांव के पते पर ये गोलमाल सामने आया है. दरअसल, स्थानी ग्राम पंचायत व किसानों के द्वारा किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की जब सूची ऑनलाइन निकाली गई, तो उनके ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव कोसपातर, मटिया और बार गांव मिलाकर कुल 1456 किसानों की सूची उन्हें प्राप्त हुई, जब इसका अध्ययन किया, तो सिर्फ एक पंचायत से 5 करोड़ एक लाख 24 हजार रुपए का घोटाला सामने आया.

जानकारी मिली है कि उक्त कार्रवाई के लिए तत्काल जांच टीम गठित की गई है। भाजपा जिला महामंत्री नरेंद्र वर्मा ने गांव में सरपंच प्रतिनिधि अमर चंदेल सहित देवेंद्र वर्मा, समीर वर्मा, पंच बिशनाथ निषाद, बल्लू साहू, धनेश वर्मा सहित गांव के ईशुब बेग व सरफुद्दीन से फर्जी किसान के बारे में विस्तार से चर्चा की तो पता चला ये सभी गांव के है ही नहीं। सूची की छानबीन करने के बाद जिला महामंत्री नरेंद्र वर्मा ने फर्जी कोसनों पर कार्रवाई के लिए प्रदेश कार्यालय में इसकी शिकायत की है।

भाजपा जिला महामंत्री नरेंद्र वर्मा ने बताया कि पीएम सम्मन निधि के तहत पात्र किसानों को एक साल में तीन किस्‍त में कुल 6000 रुपये मिलता है। पीएम किसान सम्मान निधि के वेब पोर्टल से ऑनलाइन बारगांव किसान की सूची निकाली गई तो पता चला कि 1456 पात्र किसान में मुस्लिम समाज के 656 व हरियाणा, बंगाल व पंजाब से आये 198 नाम फर्जी हैं।

बारगांव में मुस्लिम समाज के 19 किसान व हरियाणा से आए केवल चार से पांच किसान ही पात्र हैं। जिला महामंत्री ने इसकी शिकायत तत्काल जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी व प्रदेश कार्यालय में करते हुए जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की। मामले के संबंध में जब कृषि उपसंचालक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अपात्र किसानों को इस योजना से वंचित कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत बार गांव में 1068 किसान पंजीकृत है, जिनमें से 548 ही एक्टिव है और 520 इनएक्टिव है, जब संवाददाता ने फर्जी किसानों के नाम के बारे में चर्चा की, तो उनका कहना था कि ऑनलाइन के माध्यम से कोई भी कहीं पर भी बैठकर अपना पंजीयन कर सकते हैं. इस तरह से गोलमोल जवाब देकर सवालों से बचते रहे.

गांव के एक मुस्लिम कृषक ने बताया कि 675 मुस्लिम समुदाय से किसान पात्र हैं जबकि 656 नाम फर्जी हैं। केवल 19 मुस्लिम समुदाय के किसान ही बारगांव में हैं। यहां मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने की कोशिश हो रही है, इसकी जांच होनी चाहिए। भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री ने कहा कि 854 फर्जी किसान से एक साल में लगभग 5 करोड़ से अधिक का नुकसान केंद्र सरकार को हो रहा है, यह केवल एक पंचायत का मामला है। अगर जांच की जाए तो जिले में ऐसे कई पंचायत होंगे जिसमें ऐसे कई फर्जीवाड़ा सामने आएगी।

बहरहाल आरोप की तह तक जाकर पड़ताल की जाए तभी सच सामने आएगा। जबकि दूसरी तरफ मामले के संबंध में कृषि उपसंचालकने बताया कि अपात्र किसानों को इस योजना से वंचित कर दिया गया है।

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