CG : ‘जो भुनेश्वर साहू के नहीं हुए वो आपके क्या होंगे?’, BJP ने कार्टून के जरिए…., अब महासमुंद कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू पर साधा निशाना…
रायपुर। लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 11 में से 11 सीटों को जीतने के लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस को शर्मिंदा करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. इस कड़ी में शुक्रवार को महासमुंद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू पर निशाना साधा है.
सोशल मीडिया साइट X पर किए गए अपने हैंडल से छत्तीसगढ़ भाजपा ने महासमुंद सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू पर निशाना साधते हुए महासमुंदवासियों को लोकसभा क्षेत्र के रहवासियों को ताकीद किया है कि ‘जो बिरनपुर में मारे गए युवक भुनेश्वर साहू के नहीं तो वो आपके क्या होंगे?’
भाजपा ने इस कार्टून के जरिए एक तीर से दो शिकार किए हैं. एक तरफ ‘भुनेश्वर साहू’ के नाम से लोकसभा क्षेत्र में निवासरत साहू समाज को लोगों पर निशाना साधा है, तो दूसरी ओर बतौर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की लचर कार्यप्रणाली को रेखांकित करते हुए आम वोटरों को आगाह किया है. अब इस कार्टून का असर मतदान पर कितना पड़ता है, यह आने वाला समय बताएगा.
पूर्व सीएम से शुरू किया था अभियान
भाजपा ने अपना कार्टून अभियान 11 मार्च से शुरू किया था, जब पहली बार राजनांदगांव से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ‘राजनांदगांव या जिहादगांव…. चुनाव आपका है!’ की बात कहते हुए निशाना बनाया गया था. इसमें भूपेश बघेल के साथ रायपुर महापौर एजाज ढेबर, पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के साथ मार्च करते नजर आ रहा है, जिसमें ‘भाईजान! अलग नंबर का राजनांदगांव का है.’ कह रहे हैं.
इसके बाद जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शिव डहरिया को निशाना बनाया गया. इसमें क्षेत्र की जनता को सावधान रहें, पूर्व कब्जाबाज मंत्री की नजर अब आपकी ज़मीन पर है. इसमें शिव डहरिया की पत्नी के कथित सामुदायिक भवन में कब्जा किए जाने की खबर के हवाले से निशाना साधा गया था.
इसके बाद भाजपा ने कोरबा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी और वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत पर निशाना साधा था, जिसमें कोरबा की सांसद को लापता करार देते हुए कोरबावासियों से अपील की गई थी कि वे इस बार निष्क्रिय नहीं सक्रिय सांसद चुनें.
वहीं गुरुवार को रायपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय पर निशाना साधा गया था. इसमें रायपुरवासी को सावधान करते हुए कहा गया था कि इस ‘विकास’ के साथ “विनाश” आता है. इसमें गांजा, सट्टा, नकली दारू, वसूली की बात कही गई थी.