बघेल ने गृहमंत्री शाह पर साधा निशाना : पूछा- महादेव सट्टा ऐप को चालू रखने के लिए BJP ने लिया कितना चंदा
राजनांदगांव। पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल ने रविवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खैरागढ़ की चुनावी सभा में राज्य की भाजपा सरकार के कारनामों को छिपाकर बड़े बड़े झूठ बोलकर चले गए। उन्होंने महादेव ऐप के बारे में तो ढेर सारी बातें कीं लेकिन यह नहीं बताया कि, अब जबकि डबल इंजिन की सरकार है तो महादेव ऐप क्यों चल रहा है?.. उन्हें बताना चाहिए कि भाजपा ने महादेव ऐप को चालू रखने के लिए चलाने वालों से कितना चुनावी चंदा लिया है?
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि, महादेव ऐप पर कार्रवाई तो कांग्रेस की सरकार ने की थी। केंद्र की भाजपा सरकार से अनुरोध किया था कि, महादेव ऐप को बंद करके उसके संचालकों को गिरफ़्तार कर लें। लेकिन गिरफ़्तारी तो दूर की बात केंद्र सरकार ने महादेव ऐप को बंद तक नहीं करवाया। उन्होंने पूछा कि क्या वजह है कि महादेव सट्टा ऐप अभी भी बिना रोक टोक चल रहा है। भाजपा ने उनसे कितना चंदा लिया है? श्री बघेल ने कहा कि, अगर वे सच में सट्टेबाज़ी के ख़िलाफ़ होते तो केंद्र की भाजपा सरकार सट्टेबाज़ी पर जीएसटी वसूलकर उसे कानूनी रूप नहीं देती। राजनीतिक रूप से भाजपा लड़ नहीं पा रही है तो बेवजह आरोप लगाकर कांग्रेस को बदनाम करने की साज़िश रच रही है।
उन्होंने कहा कि धर्म की बात करने वाले अमित शाह को बताना चाहिए उनकी पार्टी की सरकार ने गाय की देखभाल के लिए बने गौठानों को बंद कर दिया।क्यों गोबर की ख़रीदी बंद हो गई। क्या वजह है कि भाजपा की सरकार बनते ही गौ-तस्करी शुरु हो गई। गौ तस्करी इसी राजनांदगांव ज़िले के बाघ नदी वाली सीमा से हो रही है। अमित शाह को यह भी बताना चाहिए कि, यदि वे इतने ही गौरक्षक हें तो उनकी पार्टी ने गौमांस तैयार करने वाली कंपनी से करोड़ों रुपयों का चंदा क्यों लिया।
अमित शाह पर तमाम तरह के झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “हमने गंगाजल हाथ में लेकर किसानों की कर्जमाफ़ी और प्रति क्विंटल 2500 रुपए देने का वादा किया था और वह हमने समय पर पूरा कर दिया था। शराबबंदी को लेकर कोई शपथ हमने नहीं ली थी और हम धीरे धीरे शराबबंदी की ओर बढ़ रहे थे। भूपेश बघेल ने कहा कि, या तो प्रदेश के भाजपा नेता अमित शाह को सच नहीं बता रहे हैं। या फिर अमित शाह आदतन झूठ बोल रहे हैं।
तीन साल में नक्सली समस्या हल करने के दावे को आड़े हाथों लेते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की जनता इस बात की गवाह है कि, भाजपा की सरकार बनते ही बस्तर में नक्सली घटनाएं बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के पांच साल में नक्सलियों के नाम पर आदिवासियों की प्रताड़ना बंद हो गई थी। पर भाजपा की सरकार आते ही फ़र्जी एनकाउंटर फिर शुरु हो गए हैं। इसलिए कम से कम भाजपा को नक्सली हिंसा ख़त्म करने की बात नहीं करनी चाहिए।
संसद का चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले अपने केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा का चुनाव लड़वा दिया। फिर न मुख्यमंत्री बनाया न मंत्री और अब वे प्रदेश के एक ताक़तवर मंत्री को संसद का चुनाव क्यों लड़वा रहे हैं। जनता सब समझती है और एक निष्क्रिय सांसद को मोदी के नाम पर वोट डलवाने की अमित शाह की साज़िश का ठीक तरह से जवाब देगी।