CG : आम है या सोना, एक किलो आम में आ जाएगी रॉयल एनफील्ड बुलेट, 325 किस्मों के बीच बन रहा आकर्षण का केंद्र
रायपुर। जैसा की आप जानते ही है, आम को फलों का राजा कहा जाता है और इन दिनों राजधानी रायपुर में आमों का मेला सजा हुआ है. प्रदेश के इकलौते कृषि विश्वविद्यालय यानी इंदिरा गांधी कृषि विवि में राष्ट्रीय आम महोत्सव की शुरुआत की गई है. यह महोत्सव 14 जून तक चलेगा. यहां छत्तीसगढ़ के लोकल आम से लेकर देश विदेश के अनेक किस्मों की प्रर्दशनी लगाई गई है. झूल से लेकर बांग्लादेशी आम बारी, थाईलैंड की मस्तारा सहित कई वैरायटी में आपको आम देखने मिल जाएंगे. ये सभी आम अपने आप में कई तरह की विशेषताएं लिए हुए है. इन्हें देखने मात्र के लिए ही लोगों की भीड़ उमड़ रही है. प्रदर्शनी में आम की 325 से अधिक किस्में प्रदर्शित की गई हैं।
आम का व्यवसाय करने वाले राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि वे 9 प्रकार के विदेशी आम इस राष्ट्रीय आम महोत्सव में लेकर आए हुए हैं. इसमें सबसे खास जापान की मियाजाकी किस्म है जो कि दुनिया का सबसे महंगा आम है. इसकी कीमत 2 लाख 70 हजार रुपए प्रति किलो है. यह आम मुख्य रूप से इस महोत्सव में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. लोग इस आम का फोटो अपने मोबाइल में कैद कर रहे हैं. इसके अलावा यूएसए का जम्बो रेड की किस्म है जिसकी कीमत 12 हजार रुपए प्रति किलो है. यह दोनों आम बड़े साइज के होते हैं. बांग्लादेश के आम बारी की भी चार वैरायटी हैं. यह तीनों आम बारहमासी हैं. थाईलैंड की मस्तारा आम भी आप इस राष्ट्रीय आम महोत्सव में देख सकते हैं।
महंगे आम मियाजाकी की खासियत
मियाजाकी आम विशिष्ट किस्म का आम है. आम सुगंधित होने के अलावा रेगुलर तरीके से इसका प्रोडक्शन होता है. जापान के योकोहामा मियाजाकी इसका मूल स्थान है इसलिए इसे मियाजाकी नाम से जाना जाता है. इस आम का उपयोग ज्यादातर कॉरपोरेट जगत में गिफ्ट लेन-देन के लिए किया जाता है. इसमें दो प्रकार के टेस्ट होते हैं. सूर्य के रोशनी वाले भाग का स्वाद पाइनएप्पल जैसा होता है वहीं, पीछे वाला भाग कच्चा नारियल के जैसा होता है. कलर में कमजोर होता है इसलिए कलर देने इसे आईने के सामने रखा जाता है. फिर इसमें प्रॉपर तरीके से कलर आता है।