December 23, 2024

LIVE अपडेट : ताकतवर हो रहा चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’, प. बंगाल और ओडिशा में हाई अलर्ट

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नई दिल्ली।  पश्चिम बंगाल के दीघा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है।  मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि अम्फान चक्रवात के कारण बुधवार को जमीन का कटाव भी हो सकता है।  राजधानी कोलकाता सहित राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में भी बारिश हो रही है।  उधर ओडिशा में पुरी सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में भी कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश शुरू हो गई है। स्पेशल रिलीफ कमिश्नर पीके जेना ने मीडिया को बताया कि अगले कुछ घंटे बहुत ही महत्वपूर्ण होंगे. 

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया कि हमने एनडीआरएफ कर्मियों को अतिरिक्त राज्यों से लाने के लिए वायुसेना को स्टैडबाई पर रखा है. उन्होंने कहा कि़ सुपर साइक्लोन अम्फान बुधवार को पश्चिम बंगाल में लैंडिंग कर सकता है.

प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ और जिला प्रशासन ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों से बड़े निकासी अभियान की शुरुआत की है. 20 मई को भूस्खलन होने पर अम्फन बेहद भयंकर चक्रवाती तूफान का रूप लेगा। 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि सुपर साइक्लोन अम्फन के 20 मई को दोपहर के दौरान सुंदरबन के पास दीघा (पश्चिम बंगाल) और हटिया द्वीप समूह (बांग्लादेश) के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों को पार करने की संभावना है. इस दौरान चक्रवात की रफ्तार 155-165 किमी प्रति घंटे की होगी.

आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों और असम, मेघालय और सिक्किम जैसे उप हिमालयी राज्यों को बुरी तरह प्रभावित करेगा. इसका उत्तर भारत में कोई असर नहीं होगा.

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर, कोलकाता, हुगली, हावड़ा और पश्चिम मिदनापुर जैसे जिले प्रमुख रूप से प्रभावित होंगे.

महापात्रा ने कहा कि यह साइक्लोन फानी के बाद दूसरा सुपर साइक्लोन है जो साल 1999 के बाद बंगाल की खाड़ी में बना है. अभी समुद्र में हवा की गति 200-240 किमी प्रति घंटा है. यह उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है.

दूरसंचार विभाग में सचिव अंशु प्रकाश ने बताया कि निकासी के लिए स्थानीय भाषाओं में प्रभावित जिलों में लोगों को एसएमएस अलर्ट जनरेट किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को पर्याप्त डीजल के साथ पर्याप्त संख्या में जनरेटर सेट की व्यवस्था करने और उन्हें सभी जिले में तैनात करने के लिए कहा गया है, ताकि यदि कोई बिजली नष्ट होती है तो इस जेनसेट की मदद से टावरों को फिर से चालू किया जा सके.

बिजली मंत्रालय ने भी अम्फान के मद्देनजर सारी व्यवस्था कर ली है. अतिरिक्त बिजली सचिव एसकेजी रहाते ने कहा कि अम्फहान के उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में स्थित ट्रांसमिशन लाइनों और सब स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

उन्होंने कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल दोनों में बिजली व्यवधानों को संभालने के लिए आपातकालीन बहाली प्रणाली स्थापित की गई है.

इससे पहले दिन में गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की और उन्हें सभी केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया.

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