CG : हंगामेदार हो सकता है मानसून सत्र, सरकार को इन मुद्दों पर घेरने की तैयारी में विपक्ष, पलटवार के लिए सत्ता पक्ष भी तैयार…
रायपुर। छत्तीसगढ़ का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। 4 दिनों तक चलने वाले इस सत्र को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरने के लिए कई मुद्दों को उठाने की कोशिश में है। वहीं, सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी अपनी ही सरकार के लिए कई सवाल लगाए हैं। इस सत्र में कुल पांच बैठकें होनी है। इसके लिए विधायकों ने सवालों की झड़ी लगा दी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष अभी तक 966 सवाल लगा चुके हैं। जिस कारण अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार सत्र हंगामेदार रहेगा।
विपक्ष के पास मुद्दों की कमी नहीं
विधानसभा सत्र में विपक्ष के पास इस बार मुद्दों की कमी नहीं है। बलौदा बाजार हिंसा के साथ-साथ विपक्ष अवैध शराब की बिक्री, खाद-बीज की कमी और नक्सली हिंसा जैसे मुद्दों पर घेरने की रणनीति बना रहा है। बता दें कि पिछले सत्र में सरकार ने कई मामलों में जांच की घोषणा की थी उन जांच रिपोर्टों को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमलावर हो सकता है।
सत्ता पक्ष ने भी की तैयारी
वहीं, दूसरी तरफ सत्ता पक्ष ने भी अपने तैयारी तेज कर दी है। बलौदा बाजार हिंसा में बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। सत्ता पक्ष भूपेश बघेल के कार्यकाल के जरिए विपक्ष पर हमले की रणनीति बना रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह सत्र हंगामेदार हो सकता है। इस सत्र में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के लिए भी चुनौतियां हैं।
सवाल पूछने में बीजेपी विधायक आगे
नई सरकार के गठन के बाद विधानसभा में सवाल पूछने में बीजेपी के विधायक आगे हैं। पिछले विधानसभा सत्र में बीजेपी के 12 से अधिक विधायकों ने करीब 76-76 सवाल किए थे। इन विधायकों के सवाल पर सरकार ने कई मुद्दों पर जांच की घोषणा की थी। सबसे ज्यादा सवाल पूछने वाले विधायकों में धर्मलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, पुन्नूलाल मोहले, भोला राम साहू समेत कई विधायक थे।
ऑनलाइन और ऑफलाइन लगा सकते हैं सवाल
विधानसभा सत्र में विधायकों को सवाल लगाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन सुविधा दी गई है। ऑनलाइन सवाल लगाने के लिए विधायकों को ट्रेनिंग भी दी गई है। वहीं, कई विधायकों ने ऑफलाइन सवाल भी लगाए हैं।