गौ हत्या रोकने में मोदी नाकाम, महात्मा गांधी राष्ट्रपिता नहीं : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद
रायपुर। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ी बात कही है. अविमुक्तेश्वरानंद ने गौ हत्या को लेकर पीएम मोदी पर सवाल उठाए हैं. आपको बता दें कि अविमुक्तेश्वरानंद देश में गौ हत्या के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए हैं. शंकराचार्य सभी राज्यों में गौ ध्वज स्थापना करने के लिए भारत यात्रा कर रहे हैं. अब तक शंकराचार्य ने 8 राज्यों की यात्रा की है. जिसमें चार राज्यों में उन्हें एंट्री दी गई है. चार राज्यों में उन्हें घुसने नहीं दिया गया. इसके साथ ही अविमुक्तेश्वरानंद ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता मानने से इंकार किया है.
पीएम मोदी को शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती बता चुके हैं एजेंट : इससे पहले अंबिकापुर में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने मोदी को गौ हत्या का एजेंट बताया है. इस सवाल के जवाब में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि साल 2014 में हमने मोदी जी से आशा की थी कि यह व्यक्ति देश में गौ हत्या बंद करेगा. यही सोचकर हमने वोट दिया था और हमें आशा भी थी. लेकिन बिल्कुल भी ऐसा नहीं हुआ.
साल 2014 में हमने मोदी को यही सोचकर आशा करते हुए वोट दिया था कि यह देश में गौ हत्या बंद कर देगा. लेकिन जितनी बड़ी आशा हमने की थी इतनी बड़ी निराशा भी हमें हाथ लगी है. जितने ज्यादा ऊपर हम पहुंचे थे उतने ही हमें नीचे पहुंचना पड़ा. मोदी जी से हम कम आशा रखते तो कम दुख होता. उन्होंने बड़ी आशा जताई थी इसलिए हमें बड़ा दुख हुआ है: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
गौ हत्याओं पर प्रतिबंध क्यों नहीं ?: शंकराचार्य ने कहा कि जब देश में एक टैक्स, वन नेशन, एक इलेक्शन की बात होती है तो फिर एक देश में गाय के लिए एक कानून होना चाहिए. गौ हत्या बंद होनी चाहिए. लेकिन कुछ राज्यों में गौ हत्या पर प्रतिबंध लगा हुआ है और कुछ राज्यों में आज भी लगातार गौ हत्या हो रही है. ऐसे में पूरे देश में गौ हत्या बंद हो इसके लिए एक कानून होना चाहिए. इसी को लेकर हम पूरे देश में गौ ध्वज स्थापना के तहत भारत यात्रा कर रहे हैं.लेकिन चार राज्यों में एंट्री नहीं मिली.
हमारी यात्रा को लेकर राज्य की सरकारें और वहां विरोध करने वाले लोगों को हमने धन्यवाद देते हुए कहा कि विरोध के कारण हमारी बात वहां तक पहुंच गई. भारत देश की आर्थिक राजधानी के रूप में अपनी पहचान रखने वाला मुंबई में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने हमें आमंत्रित किया था. वहां के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गाय को राष्ट्र माता तो घोषित नहीं कर सकते लेकिन हमारे राज्य का नाम महाराष्ट्र है इसलिए हम गाय को महाराष्ट्र माता घोषित करते हैं: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
छत्तीसगढ़ के नेताओं से अपील : छत्तीसगढ़ को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि यहां के विधायक और सांसद गौ माता को लेकर काफी गंभीर हैं. हम समझते हैं कि छत्तीसगढ़ में गाय को छत्तीसगढ़ महतारी का दर्जा देगा. शंकराचार्य ने छत्तीसगढ़ सरकार से अपेक्षा को लेकर छत्तीसगढ़ी में कहा कि मुझे छत्तीसगढ़ की सरकार से काफी उम्मीद है और विश्वास भी है कि छत्तीसगढ़ में भी गौ माता को दर्जा मिलेगा. उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार से अपेक्षा की और कहा कि कौशल्या मां के राज्य में गाय को भी राज माता का दर्जा मिलेगा.
पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना बने क्योंकि पाकिस्तान नया जन्मा था. लोग अफवाह फैलाते हैं कि मोहनदास करमचंद गांधी राष्ट्रपिता हैं. यदि राष्ट्रपिता हैं तो बताओं कि उन्होंने किस राष्ट्र को जन्म दिया. भारत तो पहले से था, भारत को किसी ने नहीं जन्मा. कोई भी यहां राष्ट्रपिता के पर पद प्रतिष्ठित नहीं किया जा सकता.: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
“गाय को सिर्फ चाहिए सम्मान” : शंकराचार्य ने कहा कि गाय कुछ नहीं चाहती लेकिन गाय इतना जरूर चाहती है कि उसका सम्मान हो. गाय को अनुदान नहीं चाहिए. कई राज्यों की सरकारी गाय को अनुदान देती है. गाय को अनुदान की जरूरत नहीं है बल्कि सम्मान की जरूरत है. अगर आप गाय को सम्मान नहीं देते हैं तो हम गाय के भक्त हैं और हम गाय का सम्मान करेंगे. उन्होंने सरकारों से कहा है कि गौ माता को पशु की सूची से हटाकर उनका सम्मान सुनिश्चित करें. यदि वह ऐसा करते हैं तो स्वागत है. वे गौ की सेवा करते हैं तो स्वागत है. अगर वह नहीं करते हैं तो कोई बात नहीं वह हम करेंगे.