बेमेतरा की महिला को फर्जी मार्कशीट वाले आवेदन ने पहुंचाया जेल, नौकरी नहीं मिली हुई गिरफ्तारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने फर्जी मार्कशीट केस में बड़ी कार्रवाई की है. रायपुर जिला पंचायत दफ्तर से शिकायत मिली थी कि यहां एक महिला कर्मी फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी के लिए आवेदन किया है. जांच में यह सही पाया गया. उसके बाद से महिला बीते 8 साल से फरार थी. रायपुर जिला पंचायत दफ्तर की शिकायत पर महिला के खिलाफ पुलिस ने केस पहले ही दर्ज किया था. आठ साल बाद उसकी गिरफ्तारी हुई है.
महिला को फर्जी मार्कशीट ने जेल पहुंचाया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी महिला का नाम अनुसुइया पटेल है. उसकी बीलिब की मार्कशीट फर्जी पाई गई. जिसके आधार पर रायपुर जिला पंचायत की तरफ से शिकायत दर्ज हुआ है. उसके बाद महिला के खिलाफ धारा 420, 468, 471 और 467 के तहत केस दर्ज किया गया. जिसमें यह कार्रवाई हुई है. महिला ने रायपुर पंचायत विभाग में नौकरी के लिए आवेदन किया था.
जिला पंचायत रायपुर की तरफ से 12 फरवरी 2017 को आरोपी अनुसुईया पटेल के खिलाफ गोल बाजार थाने में केस दर्ज कराया गया. इसके बाद से लगातार महिला आरोपी की तलाश पुलिस कर रही थी. आरोपी महिला बेमेतरा जिले की रहने वाली है. जिसे सोमवार को गिरफ्तार किया गया. आगे की जांच की जा रही है: अर्चना धुरंधर, गोल बाजार थाना प्रभारी
रायपुर पुलिस ने बताया कि महिला ने फर्जी मार्कशीट के जरिए लाइब्रेरियन पोस्ट के लिए अप्लाई किया था. वह आवेदन करने के बाद से लंबे समय से फरार थी. इसी बीच 4 नवंबर 2024 को आरोपी अनुसुइया पटेल पति भूपत पटेल उम्र 33 वर्ष निवासी तेंदुआ, थाना देवरबीजा, जिला बेमेतरा को अरेस्ट किया है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।