कुरुद में खुलेगा लॉ कॉलेज : बीए एलएलबी के लिए 27 पद स्वीकृत, छात्र आसानी से कर सकेंगे कानून की पढाई
धमतरी। छत्तीसगढ़ के कुरूद विधानसभा में शिक्षा के क्षेत्र में एक और नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। शासन ने कुरुद शहर में पांच वर्षीय बीए एलएलबी पाठ्यक्रम शुरू करने विभिन्न पदों के लिए कुल 27 पद सृजन की स्वीकृति प्रदान की है। विधायक चंद्राकर के इस प्रयास और सरकार इस फैसले से कुरूद शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर हो रहा है। इससे न केवल स्थानीय छात्रों को लाभ होगा। बल्कि, आसपास के क्षेत्रों के छात्र भी यहां आकर पढ़ाई कर सकेंगे।
उच्च शिक्षा विभाग ने 30 अक्टूबर 2024 को आदेश जारी करते हुए कुरुद में बी.ए. एल. एल.बी. (5 वर्षीय) पाठ्यक्रम की स्थापना करने सहायक प्राध्यापक अंशकालिक हेतु 13 एवं क्रमशः ग्रंथपाल, अं का., क्रीड़ाधिकारी अं. का., सहायक ग्रेड एक, हॉस्टल अधीक्षक, सहायक ग्रेड 2, डाटा एंट्री आपरेटर, सहायक ग्रेड 3, भृत्य, बुक लिफ्टर, स्वच्छक व चौकीदार के लिए 1-1 पद सृजन के साथ कुल 27 पदों की स्वीकृति प्रदान की है। साय सरकार के इस निर्णय से कुरूद के युवाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुल गए हैं। अब उन्हें वकालत विषय मे उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूर-महानगर जाने की जरूरत नहीं होगी। वे अपने ही शहर में रहकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
बेहतर मानव संसाधन उत्पन्न करने वाला शहर बनेगा
उल्लेखनीय है कि, यहां संचालित गुरु घासीदास शासकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय कुरूद में डिप्लोमा, डिग्री, पीजी के साथ विभिन्न विषयों में शोध कार्य करने वाले विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं, कृषि महाविद्यालय भी संचालित है। इसके साथ ही सरकार की नई घोषणा और स्वीकति के अनुरूप अब यहां पालीटेक्निक व पाँचवर्षीय बीए. एलएलबी की कोर्स भी शुरू होने जा रहा है। नए विषयों और संकायों के शुरू होने से कुरूद के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। जिसके परिणामस्वरूप नगर का शिक्षा के क्षेत्र में जहां सर्वांगीण विकास होगा वहीं यह एक बेहतर मानव संसाधन उत्पन्न करने वाला शहर भी बनेगा।
शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा कुरुद
स्वीकृति की खबर पाकर नेता प्रतिपक्ष भानू चंद्राकर, अधिवक्ता मुकेश साहू, सांसद प्रतिनिधि मूलचंद सिन्हा, कांट्रेक्टर राजेश पवार, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भूपेंद्र चंद्राकर ने विधायक चंद्राकर का आभार जताते हुए कहा कि नए विषयों और संकायों के शुरू होने से कुरूद में शिक्षा का स्तर और बेहतर होगा। इससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी और वे राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे। वे इन विषयों में विशेषज्ञ बनकर विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर बना सकेंगे। साथ ही, स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आने वाले समय में कुरूद एक शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।
कुरूद के विकास में एक मील का पत्थर
नगरवासी बीरेंद्र बैस, तिलोक जैन, कृष्णकांत साहू, यह निर्णय कुरूद के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे कुरूद का नाम पूरे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित होगा। अब कुरूद के शिक्षण संस्थानों को इन नए विषयों के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने होंगे। साथ ही, कुशल शिक्षकों की भर्ती भी की जाएगी। सरकार को भी इन संस्थानों को विकसित करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करनी होगी। कुरूद को शिक्षा हब बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कुरूद के युवाओं के लिए नई संभावनाएं खुल गई हैं।