November 16, 2024

भारत पर मंडरा रहा इस खतरनाक बीमारी का खतरा, WHO ने जारी की चेतावनी

नईदिल्ली। मिसल्स को खसरा कहते हैं, जो एक वायरल संक्रमण है। यह आमतौर पर बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। मिसल्स मीजल्स वायरस के कारण होती है और यह आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकती है। हाल ही में WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, खसरे की बीमारी को भारत के लिए घातक बताया गया है। दरअसल, इस रिपोर्ट में 57 देशों में खसरे के प्रकोप की बात की गई है, जिसमें भारत को दूसरा स्थान मिला है। इसके अलावा, रिपोर्ट में बताया गया है कि खसरा संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण में भी लगातार कमी आई है, जिस कारण संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर संक्रमण की घटनाओं में 20% की वृद्धि हुई है, 2023 में खसरे के 10.3 मिलियन मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, अनुमानित मौतों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 8% बढ़ गई है, तथा वैश्विक स्तर पर खसरे से 107,500 मौतें भी हुई हैं।

क्या है खसरा?
खसरा एक संक्रामक वायरल बीमारी है, जो मोर्बिलीवायरस नाम के वायरस से फैलता है। यह अधिकांश बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। यह वायरस हवा के जरिए फैलता है और छींकने या खांसने से हवा में उड़ने वाले कणों में शामिल होकर शरीर में प्रवेश करता है।

खसरा के शुरुआती संकेतों
इस वायरल रोग के शुरुआती संकेतों में शामिल हैं:
बुखार होना।
खांसी, आमतौर पर सूखी।
नाक बहना या बंद होना।
आंखों में जलन और लाली होना।
शरीर पर लाल चकत्ते बनना।
मुंह के अंदर सफेद दाग।

खसरे का इलाज
हालांकि, खसरे का कोई विशेष इलाज नहीं है क्योंकि यह एक वायरल संक्रमण है, लेकिन इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है।
बुखार कम करने के लिए दवा जैसे पैरासिटामोल ले सकते हैं।
शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए पर्याप्त पानी पिएं।
पोषक आहार का सेवन करें।
गंभीर मामलों में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

मामले बढ़ने की वजह
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, खसरे के मामलों में वृद्धि होने का मुख्य कारण टीकाकरण में कमी होना है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में मीजल्स के टीकाकरण कार्यक्रम चलाए गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी टीकाकरण में कमी ने खसरे के प्रकोप को जन्म दिया है।

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