November 23, 2024

सिस्टम फेल : कई सोसाइटियों में टोकन कटना बंद, जिन किसानों के कटे वे भी 3 से 7 दिन में बेच पाएंगे धान

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे धान खरीदी केंद्रों में चौथे दिन भी धान खरीदी की व्यवस्था सुधर नहीं पाई है। टोकन कटने के बाद भी किसान अपना धान बेच नहीं पा रहे हैं, क्योंकि टोकन कटने की तारीख से 3 से 7 दिन बाद धान बेचने के लिए किसानों को बुलाया जा रहा है। इस मामले में समितियों का कहना है कि, शासन द्वारा निर्धारित नियम के तहत ही किसानों का टोकन और धान बेचने की तारीख दी जा रही है। ऑनलाइन टोकन लेने वाले किसान को धान बेचने के लिए 7 दिन के बाद तथा सोसाइटी में ऑफलाइन टोकन कटाने वाले किसान को 3 दिन के बाद की तारीख दी जा रही है।

समितियों का यह भी कहना है कि, त्योहार और धान की कटाई के कारण पर्याप्त हमाल काम करने नहीं आ रहे हैं। इसके कारण भी धान खरीदी में दिक्कत आ रही है। रायपुर जिले के करीब आधा दर्जन धान उपार्जन केंद्रों में जाकर हमने पड़ताल की। इस पड़ताल से पता चला कि आखिर किसानों को टोकन लेने और धान बेचने में दिक्कत क्यों आ रही है। सहकारी सोसाइटियों में समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीदी का शुक्रवार को पांचवा दिन था। पिछले चार दिनों के दौरान सोसाइटियों में किसानों को टोकन जारी नहीं किया गया हैं।

इस खबर के बाद उप पंजीयक द्वारा जिला सहकारी बैंकों के व्यवस्थापकों एवं सहकारी समितियोंके प्रबंधकों की विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक लेकर टोकन काटने संबंधित समस्याओं का काटने संबंधित समस्याओं का निराकरण कर तत्काल टोकन जारी करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी सरकारी सोसाइटियों में टोकन काटने का सिस्टम सुधर नहीं पाया है। सोसाइटियों ने 2 दिसंबर तक टोकन काटने के बाद टोकन काटना बंद कर दिया है। सोसाइटी प्रबंधकों का कहना है कि पोर्टल के नियम के तहत जिन किसानों के टोकन काटे गए हैं, उन सभी को धान बेचने के लिए समय दिया गया है, जिसके कारण फिलहाल टोकन काट नहीं रहे हैं।

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