December 28, 2024

किसी ज़िले में अवैध शराब बिकी तो एसपी ज़िम्मेदार होगा : भूपेश बघेल

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रायपुर। विधानसभा में बजट पर दो दिवसीय चर्चा के बाद विपक्ष की आपत्तियों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हर आपत्ति का जवाब दिया। इस दौरान आईटी  छापे का मुद्दा उठा और इसे लेकर मीडिया रिपोर्ट का ज़िक्र भी आया। शराब के मसले पर इस दौरान मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने अहम ऐलान किया, उन्होंने कहा “जिस ज़िले में अवैध शराब बिकेगी.. ज़िम्मेदार वहाँ का  एसपी  होगा”
शराब को लेकर सदन में उठी चर्चा को लेकर भी मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल और डॉ रमन सिंह के बीच नोंकझोंक हुई। डॉ रमन सिंह ने कहा “आप कह दीजिए वायदा पूरा नहीं कर सकते”

इस पर मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कहा “हम शराबबंद करना चाहते हैं पर जो स्थिति है वो एकदम से रोक नहीं सकते..और शराब नीति तो आपकी ही है.. हमने तो कुछ बदला नहीं है.. फिर हल्ला किस बात का है”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बोधघाट परियोजना के “कैसे बनेगा” के सवाल और सदन में जवाब के दौरान वरिष्ठ विधायक डॉ रमन सिंह की फिर आपत्ति पर कहा “ मुझे कोई घमंड नहीं है.. मैं आपकी बात को चुनौती के रुप में स्वीकार करता हूँ”

दरअसल बोधघाट परियोजना को लेकर डॉ रमन सिंह ने इसे घाटे का और सिंचाई के दृष्टिकोण से बेहद खर्चीला बताया था, और कहा – “आप कह रहे हैं हम उंगली कर देंगे.. अरे पहले आप कार्ययोजना तो बना लो.. साल भर में क्या क्या करोगे कैसे करोगे.. बाक़ी की बात तो आगे की है.. और चार साल में कर ही लेना”

विपक्ष के कर्जा को लेकर उठाए सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा “हम ने कर्जा लिया किसान के लिए धान के लिए.. वो तो दिख रहा है, आपने किस बात के लिए लिया.. और हाँ ये जो मोबाईल टिफ़िन का कर्जा जो आप छोड़ गए उसे चुकाना तो हमें ही पड़ रहा है.. आपने संविलियन की घोषणा की लेकिन पैसा एक नहीं रखा.. वो भी हमने किया”

  मुख्यमंत्री    भूपेश बघेल इसके बाद आईटी  छापों पर आए और कहा – “छ महिने से रैकी कर रहे थे.. दो करोड़ की राशि बमुश्किल मिली.. जितना छापा में खर्च किए.. उतना तक नहीं मिला..किसी को कोई सूचना नहीं दिए.. आए भी कब जब राष्ट्रपति का दौरा था.. और राज्य नक्सल प्रभावित है.. जब कुछ ना मिले तो बदनाम करो यही नीति है आप लोगों की.. और करते क्या हो आप लोग.. और इसलिए ही कहता हूँ यह सरकार अस्थिर करने की साज़िश थी”

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन के भीतर से ही मीडिया से कहा- “मैं नहीं कहता कि अधिकारी सभी ईमानदार हैं.. पर आप सबको भ्रष्ट बना देंगे यह सही नहीं है.. मनोहर कहानियाँ या जेम्स हेडली का उपन्यास ना लिखें”

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