CG में सरकार बदलते ही तेजी से दौड़ी फाइल, बीजेपी MLA का बेटा पुलिस की करेगा नौकरी
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के चर्चित बिरनपुर हिंसा में मारे गए भुवनेश्वर साहू के पिता अब बीजेपी से विधायक हैं। साजा विधानसभा सीट से उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता रवीन्द्र चौबे को चुनाव हराया है। वहीं, दूसरी तरफ विधायक के छोटे बेटे के पास सरकारी नौकरी की नियुक्ति का लेटर पहुंचा है। दरअसल, बेमेतरा जिले के बिरनपुर में सांप्रदायिक दंगे के दौरान भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। इसके बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने ऐलान किया गया था कि परिवार में किसी सदस्य को सरकारी नौकरी और मुआवजा दिया जाएगा। अब प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गई है।
इसके साथ ही ईश्वर साहू सत्ता पक्ष के विधायक भी बन गए हैं। जिसके बाद अब विधायक ईश्वर साहू के छोटे बेटे के लिए प्रशासन ने नियुक्ति का लेटर भेजा है। इस लेटर के अनुसार, ईश्वर साहू के छोटे बेटे कृष्णा साहू को पुलिस विभाग के आरक्षक पद पर नौकरी दी जाएगी।
फाइल में तेजी से हुआ काम
छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार बनने के बाद नियुक्ति की फाइल तेजी से चल रही है। साजा से भाजपा विधायक ईश्वर साहू के छोटे बेटे कृष्णा साहू के लिए प्रशासन ने अभिमत प्रस्ताव भेजा है। ईश्वर साहू के छोटे बेटे के लिए एसपी भावना गुप्ता की तरफ से मंत्रालय के आदेश का पालन करते हुए पुलिस विभाग में नियुक्ति के संबंध पत्र भेजा गया है। शुक्रवार को एसपी भावना गुप्ता की ओर से मंत्रालय के आदेश पर कृष्णा को पुलिस विभाग में आरक्षक जीडी के पद के लिए नियुक्ति के संबंध में पत्र भेजा है। इस पत्र में नियुक्ति संबंधी सहमति, शिक्षा, जाति, निवास प्रमाण-पत्र एवं आधार कार्ड उपलब्ध कराने को कहा गया है।
क्या था पूरा मामला?
बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुए सांप्रदायिक हिंसा की घटना 8 अप्रैल, 2023 को हुई थी। करीब 8 महीने पहले 8 अप्रैल, 2023 को बिरनपुर में दो गुटों हिंसक झड़प में भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, एक बच्चे से मारपीट के बाद दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया था। इस मामले में बिरनपुर और आसपास के कई गांव में दो हफ्ते तक कर्फ्यू लगा रहा। दर्जनों गिरफ्तारियां हुईं थी। इस झड़प में भुवनेश्वर साहू की मौत हुई थी, उसी के छोटे भाई कृष्णा साहू के लिए सरकार ने सरकारी नौकरी का लेटर भेजा है। तत्कालीन सरकार ने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा का भी ऐलान भी किया था।