बेमेतरा ब्लास्ट : DNA रिपोर्ट मिली न पांच लाख रुपये, लापता श्रमिकों के परिजनों ने कुश बनाकर किया अंतिम संस्कार
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में बेरला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत पिरदा स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड कंपनी के बारूद फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया था। यह घटना बीते माह 25 मई को हुई थी। इस घटना में एक की मौत, 7 घायल हुए। 8 लोग अभी तक लापता हैं। लापता हुए 8 श्रमिकों के परिजनों ने कुश के माध्यम से अंतिम संस्कार कर दिया है। लापता मजदूरों के परिजनों को डीएनए रिपोर्ट भी नहीं मिल पाई है।
घटना के बाद फैक्टरी प्रबंधन द्वारा लापता श्रमिकों के परिजन को 35-35 लाख रुपए राहत राशि दे दी गई है। इसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दशगात्र और तेरहवीं के क्रिया कर्म कर चुके हैं। वहीं सीएम विष्णुदेव साय ने मृतक और लापता हुए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए राहत राशि देने के निर्देश दिए थे। लेकिन, अब तक परिजनों को राशि नहीं मिली है। इधर ब्लास्ट की घटना के बाद पुलिस व प्रशासन की जांच भी ठंडे बस्ते में है।
स्पेशल ब्लास्ट कंपनी पिरदा के पदाधिकारी अवधेश जैन समेत अन्य के खिलाफ धारा 286,337,304,(ए) व विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 9 बी व सी के तहत कंडरका पुलिस चौकी में मामला दर्ज है। ये कार्रवाई उप मुख्य विस्फोटक निरीक्षक पेट्रोलियम पदार्थ व एक्सप्लोसिव सुरक्षा संगठन केन्द्रीय सचिवालय भवन अटल नगर रायपुर की रिपोर्ट व मर्ग जांच मे आए तथ्य से किया गया। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
इन लोगों को दिया जाना है राशि
ब्लास्ट में मृतक सेवक राम और 8 लापता श्रमिक पुष्पराज देवदास, विजय देवदास, राजू ध्रुव, नीरज धु्रव, लोकनाथ यादव, शंकर यादव, नरहर यादव, भीष्म साहू के परिजन को 5-5 लाख रुपए दिया जाना है। इसी प्रकार सात घायल इन्द्रकुमार रघुवंशी, दिलीप ध्रुव, नीरज यादव, चंदन कुमार, मनोहर यादव, रवि कुर्रे, शेषनाथ निषाद को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि विष्णु देव साय द्वारा मंजूर की है।
ब्लास्ट के बाद घटना क्रम पर एक नजर –
25 मई : सुबह 7.57 बजे फैक्ट्री के यूनिट में ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट के बाद कुल 7 लोग घायल हुए, जिनमें से उपचार के दौरान एक की मौत व 8 लोग लापता हुए।
26 मई : घटना के दूसरे दिन 26 मई से लेकर 30 मई तक फैक्ट्री के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। कंपनी ने मृतक व लापता हुए लोगों के परिजन को 30-30 लाख रुपए राहत राशि की घोषणा की।
27 मई : जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच को लेकर आदेश जारी किया।
29 मई : कंडरका पुलिस चौकी ने स्पेशल ब्लास्ट कंपनी के पदाधिकारी व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। जिला प्रशासन ने फैक्ट्री को बंद करने आदेश जारी किया।
31 मई : फैक्ट्री के गेट के सामने फिर से परिजनों का धरना प्रदर्शन शुरू हो गया। तब कंपनी ने मृतक व लापता हुए लोगों के परिजन को 5-5 लाख रुपए देने व घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा किया। अब तक 35-35 लाख रुपए प्रति व्यक्ति दी गई।