October 7, 2024

पूर्व विधायक संग कांग्रेसी पहुंचे कलेक्टोरेट, श्रीराम मंदिर के जमीन की रजिस्ट्री को शून्य करने की मांग

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में श्रीराम मंदिर की जमीन विवाद का मुद्दा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. राम मंदिर भूमि बिक्री विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मुद्दे पर पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने कार्यकर्ताओं के साथ बेमेतरा के कलेक्टर से मुलाकात की है. कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचकर उन्होंने राम मंदिर की जमीन की खरीद बिक्री में शामिल अधिकारियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है।

श्री राम मंदिर की जमीन में फर्जीवाड़े और फर्जी रजिस्ट्री से जिले के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है. सनातनियों में इस मुद्दे को लेकर खासा गुस्सा है. मजगांव में श्री राम मंदिर भूमि मामले में जमीन बिक्री का आदेश देने वाले और जमीन खरीदी बिक्री करने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज होना चाहिए. इसके साथ ही भूमि नामांतरण रद्द कर भूमि को वापस श्रीरामचंद्र जी मंदिर के नाम करना चाहिए. इस केस में कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस आंदोलन करेगी: आशीष छाबड़ा, पूर्व विधायक, कांग्रेस

पूर्व विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि राम मंदिर के जमीन की रजिस्ट्री और उसके नामांतरण को शून्य किया जाए. सोमवार को बेमेतरा के पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा की अगुआई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक दल कलेक्टर कार्यालय पहुंचा. इस दौरान कलेक्टर से कांग्रेस नेताओं ने राम मंदिर की जमीन की रजिस्ट्री को रद्द करने की मांग की है.

बता दें की बेमेतरा के मजगांव में साल 2020 में बीजेपी नेता अनिल माहेश्वरी ने राम मंदिर की 1.65 हेक्टेयर जमीन का नामांतरण अवैध रूप से अपनी धर्मपत्नी की नाम से करा दिया. अभी वर्तमान में इस जमीन को बीजेपी नेता को बेच दिया गया है. इसी मुद्दे पर कांग्रेस नेता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस नेताओं ने इस जमीन की रजिस्ट्री को शून्य घोषित करने की मांग की है. इसके साथ ही इसमें शामिल तहसीलदार और जमीन खरीदार के खिलाफ भी एक्शन लेने की बात कही गई है.

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