CG : खाद की हेरा-फेरी; 800 बोरियों का गोलमाल, ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा होते ही मचा हड़कंप

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में खाद घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां 800 बोरियों के खाद की हेरा-फेरी हुई है. इसका खुलासा ऑडिट में हुआ है. इस मामले का खुलासा होते ही हड़कंप मच गया है.

बेमेतरा जिले के साजा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले सेवा सरकारी समिति सैगोन में एक बड़े खाद घोटाले का हुआ है. ऑडिट 2024-25 के निरीक्षण के दौरान इसका खुलासा हुआ है. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अंतर्गत आने वाले इन सोसाइटियों का विभिन्न माध्यमों से वार्षिक ऑडिट की जाती है और इसी ऑडिट के दौरान किसानों को बांटने के लिए ले गए खाद का सत्यापन किया गया.
जिसमें पीओएस मशीन और भौतिक स्टॉक के मिलान में लगभग 800 से अधिक खाद के बोरियों की गड़बड़ी पाई गई,जिसकी कीमत लगभग 6 लाख से अधिक बताई जा रही है.
पूर्व में भी समिति प्रबंधक योगेश पटेल के ऊपर लगातार शिकायतें हो रही थी. लेकिन वह पिछले 7 से 8 वर्षों से राजनीतिक पहुंच के चलते सेवा सहकारी समिति सैगोना में ही पदस्थ हैं. पूर्व में की गई शिकायतों पर अब तक किसी प्रकार की कोई ना जांच और न ही कार्रवाई हुई है इसको लेकर किसानों में नाराजगी भी है.
ऑडिट टीम की ओर से जैसे ही अनियमित की बात कही गई तो उन्होंने खुद को बचाने के लिए खाद गोदाम प्रभारी को नोटिस थमा दिया.
इस घोटाले का उजागर होने के बाद किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है. उनका कहना है कि जब भी वह समिति पहुंचते थे तो उन्हें खाद नहीं दिया जाता था. जिसके चलते उन्हें यूरिया डीएपी सहित अन्य खाद बाजार से अधिक कीमत पर खरीदना पड़ता था. वहीं किसानों ने सवाल खड़े किए हैं कि घोटालेबाज समिति प्रबंधक योगेश पटेल पर पहले के घोटाले पर कोई कार्यवाही नहीं की गई तो अब क्या कार्यवाही होगी या यूं ही जांच का खेल चलता रहेगा?
ऑडिट टीम की शिकायत पर जिला पंजीयन सहकारी संस्थाएं एवं कृषि विभाग के उपसंचालक की ओर से जांच के आदेश दे दिए गए हैं और नोडल अधिकारी को रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.