CG : यहाँ है भगवान श्री राम का 200 साल पुराना मंदिर और मूंछ वाले हनुमान, जानिए इसका इतिहास
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिलान्तर्गत बेमेतरा, दाढ़ी, गिधवा, देवकर नवागढ़ में प्राचीन राम मंदिर है. राम जानकी और लखनलाल विराजमान हैं. जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर देवकर नगर पंचायत मुख्यालय में भगवान श्री राम का 200 साल पुराना मंदिर और मूंछ वाले हनुमान भी हैं।
जिले के देवकर में 200 साल पुराना राम मंदिर है. मंदिर का निर्माण लक्ष्मण प्रसाद साव ने कराया गया था. मंदिर में राम जानकी की प्रतिमा काले पत्थर से बनाई गई है. देवकर के रहवासी बताते हैं कि विश्व भर में काले पत्थर से बनी राम जानकी की यह तीसरी प्रतिमा है. देवकर के अलावा एक प्रतिमा कानपुर में पूर्व से स्थापित है और अयोध्या में स्थापित हुई रामलला की मूर्ति की ही तरह हूबहू है. इस विशाल मंदिर के परिसर में ही संतों का समाधि स्थल भी है. जहां पर अनेक संतों ने अपनी सेवाएं दी हैं.
मूंछ वाले हनुमान जी भी राम दरबार में है
देवकर के इस राम मंदिर में मूछ वाले हनुमान की भी मूर्ति है. हनुमान ने गदा के स्थान पर दाहिने हाथ में तलवार और बाएं हाथ में ढाल लिए हुए है. उनकी मूंछें भी हैं और पैरों के नीचे राक्षस को दबाए हुए दिखाई दे रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हनुमान जी का यह रूप अहिरावण वध के दौरान का है, जब हनुमान जी भगवान राम और लक्ष्मण को ढूंढते हुए पाताल लोक में पहुंच जाते हैं और क्रोधित होकर रौद्र रूप धारण कर लेते हैं. इस दौरान की यह मूंछ वाली भगवान हनुमान की मूर्ति है
1903 को कराया था जीर्णोद्धार
जिला मुख्यालय के सबसे पुरानी श्री राम -जानकी मंदिर का इतिहास सालों पुराना है. 1903 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार शहर के मालगुजार दाऊ जबर सिंह ने करवाया था. यहां के पुजारी पंडित शिवकुमार पाठक बताते हैं कि सालों पूर्व मंदिर का जीर्णोद्धार कर पंडितों को सौंपा गया था. आज हमारी पांचवीं पीढ़ी यहां पर अपनी सेवाएं दे रही है. जिले के नवागढ़ में राजा नरवर साय के इस नगर में 300 साल पुराना श्री राम का मंदिर है. इसके बाद राधा कृष्ण मंदिर की स्थापना 100 साल पहले की गई थी. इतिहासकार वसुबंधु दीवान बताते हैं कि जिले में प्राचीन मंदिरों में से एक यह श्री राम जानकी मंदिर है. इसके अलावा यहां और भी कई ऐतिहासिक मंदिर हैं.