October 6, 2024

बेमेतरा : राम मंदिर की जमीन बेचने पर बढ़ा विवाद, पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में श्रीराम मंदिर के ज़मीन फर्जीवाड़ा का मामला अब तूल पकड़ लिया हैं। यह विवाद यही थमता नज़र नहीं आ रहा हैं। आरोप है कि मंदिर की जमीन को गलत तरीके से बेच दिया गया. पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत की. छाबड़ा ने कहा कि इस केस की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. ये पता किया जाना चाहिए कि इस खरीद फरोख्त में कौन कौन शामिल है. पूर्व विधायक ने इशारों ही इशारों में बीजेपी को भी विवाद में घसीट लिया. छाबड़ा ने कहा कि जमीन की खरीद बिक्री में बीजेपी के लोग शामिल हैं. प्रशासन को चाहिए कि वो गंभीरता से इसकी जांच कराए।

पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने आरोप लगाया कि गलत काम में सरकारी अफसर भी शामिल हैं. सभी दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. छाबड़ा ने आरोप लगाया कि जमीन की खरीद बिक्री में बीजेपी के पार्षद का भी नाम सामने आ रहा है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जमीन की दलाली में पार्षद शामिल है जिसकी जांच की जाए. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में बीजेपी के लोगों के शामिल होने का शक है इस वजह से प्रशासन ने चुप्पी साध ली है।

मजगांव में श्रीराम मंदिर के जमीन की खरीद बिक्री में बीजेपी के नेता का नाम सामने आ रहा है. प्रथम दृष्टया दो पटवारियों को निलंबित कोय गया हैं, जबकि इनकों अनुमति का आदेश तहसीलदार के द्वारा दिया गया था, प्रशासन को चाहिए कि मंदिर की जमीन को बेचने के मामले में हाई लेवल जांच कराए और क्रेता तथा विक्रेता दोनों के ऊपर धोखाधड़ी का मामला दर्ज़ कर कानूनी कार्यवाई की जाए .: आशीष छाबड़ा, पूर्व कांग्रेस विधायक, बेमेतरा

क्या है विवाद की वजह: मजगांव में राम जी का मंदिर है. जिसका खसरा नंबर 465 है. 1.66 हेक्टेयर की भूमि 2020 में मंदिर के सर्वाराकार ने प्रभा महेश्वरी पति अनिल महेश्वरी को बेचा. बाद में खरीददार प्रभा महेश्वरी के द्वारा उक्त जमीन एक किसान को बेचा गया है. जमीन की खरीद बिक्री को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है. शिकायत सामने आने के बाद दो पटवारियों को निलंबित कर दिया गया है. बता दे की अनिल माहेश्वरी भाजपा नेता हैं।

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