बीजेपी विधायक ईश्वर साहू के पुत्र के खिलाफ FIR दर्ज, आदिवासी समाज ने दी थी आंदोलन की चेतावनी, जानें क्या है पूरा मामला ?
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में आदिवासी समाज की शिकायत पर साजा विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू के खिलाफ पुलिस ने अंततः मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर ली है। समाज की ओर से कृष्णा साहू पर मारपीट और गाली-गलौज के साथ अपमानजनक जातिगत टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। इससे पहले आदिवासी समाज के अध्यक्ष ने साजा थाना प्रभारी पर विधायक ईश्वर साहू के दबाव में रिपोर्ट दर्ज नहीं करने की बात कही और समझौता करने के लिए धमकाने की शिकायत कलेक्टर और एसडीएम से की थी। मामला मिडिया की सुर्ख़ियों में आया तब जाकर एफआईआर दर्ज की गई हैं।
शिकायती पत्र और आदिवासी समाज के मुताबिक, बीते 13 अक्टूबर को ग्राम चेचानमेटा में दशहरा कार्यक्रम के दौरान रात 11 बजे मनीष के दोस्त राहुल और विधायक पुत्र कृष्णा साहू के बीच विवाद हुआ। जब मनीष ने बीच-बचाव किया, तो विधायक पुत्र ने जातिगत गाली-गलौज करते हुए हाथ के कड़े से मारा। मारपीट में विधायक पुत्र के साथ करीब दस लोग और थे, जिन्होंने मनीष और उसके दोस्त राहुल पर हमला किया। इसके बाद जब समाज के लोग कृष्णा साहू के खिलाफ मारपीट की शिकायत करने साजा थाने पहुंचे, तो थाना प्रभारी ने विधायक ईश्वर साहू के दबाव में रिपोर्ट दर्ज नहीं करने की बात कही और समझौता करने के लिए कहा।
आदिवासी समाज ने न्याय न मिलता देख कलेक्टर और एसडीएम से इसकी शिकायत की थी और कृष्णा साहू के खिलाफ अपराध दर्ज न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी। वहीं, इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था। जिसके बाद मामले को तूल पकड़ता देख आखिरकार मंगलवार को कृष्णा साहू के खिलाफ साजा थाना में बीएनएस की धारा 296, 115(2), 351(3), 3(5) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब देखना होगा की पुलिस प्रशासन विधायक ईश्वर साहू के बेटे कृष्णा साहू के खिलाफ कार्रवाई कब शुरू करता है। कानून के जानकार बता रहे हैं कि आरोपित पर लगी धाराएं गैर जमानती हैं इसलिए जांच उपरांत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करना होगा। अब सवाल उठ रहा हैं कि सत्ताधारी दल के विधायक पुत्र को क्या पुलिस गिरफ्तार कर पाएगी ?