कलेक्ट्रेट का घेराव करना पड़ा महंगा, प्रदर्शनकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज, एक माह से कर रहे हैं आंदोलन
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के ग्राम पथर्रा में करीब 100 करोड़ रुपए की लागत से एथेनॉल प्लांट प्रारंभ किया गया है। इस प्लांट को बंद किए जाने को लेकर क्षेत्र के लोग बीते एक माह से लगातार आंदोलन कर रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि प्लांट से बदबू फैलेगा व कृषि भूमि को नुकसान होगा। शुक्रवार को क्षेत्र के ग्रामीणों ने बेमेतरा स्थित कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया। लेकिन, प्रदर्शनकारियों को कलेक्ट्रेट का घेराव करना महंगा पड़ गया है। क्योंकि, जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारी के खिलाफ सिटी कोतवाली थाना बेमेतरा में जुर्म दर्ज कराया है।
इसे लेकर तहसीलदार परमानंद बंजारे के आवेदन पर सिद्दीक खान व अजिताभ मिश्रा के खिलाफ धारा 126(1), 221, 223 व 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज किया है। तहसीलदार परमानंद बंजारे ने अपने आवेदन में बताया कि शुक्रवार दोपहर तीन बजे आरोपी सिद्दीक खान, अजिताभ मिश्रा द्वारा ग्राम पथर्रा व आसपास के ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा कराकर बिना पूर्व अनुमति के प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट कार्यालय व मुख्य मार्ग को बाधित कर शासकीय कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों, आम नागरिकों को कार्यालय जाने से बाधा उत्पन्न किया है।
कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर के 100 मीटर के दायरे में धारा 163 BNSSलागू होने के बाद भी लगभग 400 लोगों को परिसर के 100 मीटर के दायरे में लाकर इकट्ठा किया गया था,जिससे शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न हुई है। फिलहाल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।