November 2, 2024

बेमेतरा BJP में क्यों मच गई अंतर्कलह?, पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता क्यों हो रहे मायुश….,क्या योगेश की दावेदारी पर लग गई ब्रेक!

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बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के कई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के अजीबोगरीब प्रयोग से सैकड़ों कार्यकर्ता में भरी मायुशि हैं। टिकट घोषणा के बाद से ही राज्य के पार्टी मुख्यालय रायपुर के बाहर रोजाना कार्यकर्ता पहुँच कर अपना विरोध दर्ज करा रहे और आक्रोश व्यक्त करते हुए नारेबाजी भी कर रहे। कई विधानसभा में पूर्व प्रत्याशियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने संगठन की मौजूदा स्थिति की जमकर निंदा की और साथ ही पार्टी नेतृत्व पर नए लोगों को तवज्जो देने और पुराने लोगों की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाना शुरू कर दिया है। अब तो नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे लेकर प्रदेश मुख्यालय में कई नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करनी भी शुरू कर दी हैं। बेमेतरा में भी अजीब सी शांति भाजपा के भीतर आने वाले तूफ़ान का संकेत दे रही हैं। योगेश तिवारी को टिकट दिए जाने की चर्चा मात्र से ही भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता बेहद नाराज हैं। पार्टी फोरम में जाकर वे अपनी नाराजगी खुलकर रखे भी हैं। इसीलिए बेमेतरा की टिकट अब तक घोषित नहीं हो पाई हैं। सूत्र दावा कर रहे हैं कि रायपुर उत्तर से श्रीचंद सुंदरानी की टिकट काटने के बाद नाराज सिंधी समाज को साधने के लिए पार्टी यहाँ से किसी युवा सिंधी नेता पर भी दांव लगा सकती हैं। इसकी रायशुमारी भी केंद्रीय चुनाव समिति में हुई हैं।

पूर्व सीएम रमन सिंह से खफा है कार्यकर्ता!
बेमेतरा के ज्यादातर भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना हैं कि योगेश तिवारी का भाजपा प्रवेश टिकट की ही शर्त पर हुआ हैं। यहाँ यह भी चर्चा हैं कि ये पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की पसंद हैं। ऐसे में रमन के प्रति पुराने कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी स्वाभाविक हैं। कार्यकर्ता तो इतने नाराज बताये जा रहे हैं की वे योगेश तिवारी की टिकट की घोषणा होते ही बड़ी संख्या में पार्टी छोड़ देंगे या फिर दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के प्रचार के लिए पलायन कर जाएंगे। उनका मानना है कि पूर्व सीएम को क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का भरपूर प्यार समर्थन मिला हैं, उसका यह परिणाम आज देखने को मोल रहा हैं तो यह दुर्भग्यजनक हैं। इसका खामियाजा न सिर्फ विधानसभा में बल्कि लोकसभा चुनाव तक में पार्टी को भुगतना पड़ सकता हैं।

असंतोष क्या असरकारक होगी?
बीजेपी मुख्यालय के बाहर बीते दिनों इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारियों ने अन्य राजनीतिक दलों से भाजपा में शामिल हुए सदस्यों के बढ़ते प्रभाव पर निराशा व्यक्त की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस बात पर अफसोस जताया कि पार्टी के निष्ठावान लोगों को दरकिनार कर दिया गया, जबकि नए लोगों ने न सिर्फ महत्वपूर्ण पद हासिल कर लिए हैंं, बल्कि वे टिकट तक के लिए दावा कर रहे हैं। बेमेतरा भाजपा के एक बड़े पदाधिकारी ने बढ़ते हुए असंतोष की बात को स्वीकार करते हुए माना कि मुद्दा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद चिंता का विषय है। लेकिन, हम अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की चिंताओं का समाधान करेंगे। शिकायतें हो सकती हैं और हम उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगे। ’’ वहीं प्रदेश भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘‘यह भाजपा की संस्कृति नहीं है। अनुशासनहीनता की ऐसी कोई भी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम सही समय पर उचित कार्रवाई करेंगे।’’

एक बीजेपी नेता ने बताया कि बेमेतरा विधानसभा के ज्यादातर कार्यकर्ता दो दिन पहले पार्टी में आये योगेश तिवारी को प्रत्याशी बनाया जाए यह बिलकुल भी नहीं चाहते अगर उन्हें प्रत्याशी बनाया गया तो भाजपा विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर कैसे लड़ सकती है।’’

ऐसे में सत्तारूढ़ कांग्रेस को भाजपा पर निशाना साधने का मौका फट से लपक लिया। कांग्रेस ने इस आंतरिक विरोध को भाजपा के भीतर उथल-पुथल का संकेत बताया। कांग्रेस के एक जिला पदाधिकारी ने कहा, ‘‘बेमेतरा में भाजपा सर्कस पार्टी बन गई है। भाजपा की बेमेतरा इकाई के भीतर विरोध और अंतर्कलह अब आम बात हो गई है।’’ वैसे भी हम अपनी पार्टी के संगठन पर ज्यादा ध्यान रखते हैं। लगातार पांच साल तक हमारे विधायक ने अच्छा काम किया हैं। उसका परिणाम चुनाव में अवश्य दिखेगा।

बहरहाल भजापा का टिकट वितरण उलझ कर रह गया हैं। पार्टी ठोस निर्णय लेने में विलम्ब कर रही हैं वहीँ कार्यकर्ता प्रत्याशी घोषित नहीं होने के चलते पशोपेश की स्थित में हैं।

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