December 22, 2024

एयर कनेक्टिविटी : बिलासपुर एयरपोर्ट को मिला 3-C कैटेगरी का लाइसेंस, अब शुरू हो सकती है 72 सीटर विमान सेवा

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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ का एक और शहर जल्दी ही देश के दूसरे शहरों के साथ हवाई सेवा के साथ जुड़ सकता है। नागर विमानन मंत्रालय ने बिलासपुर के बिलासा बाई केवटिन एयरपोर्ट को 3-C VFR कैटेगरी का लाइसेंस जारी कर दिया है। इसे 2-C कैटेगरी से अपग्रेड किया गया है। अब यहां 72 सीटर विमानों का संचालन हो सकता है।

डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन के कार्यालय ने आज शाम बिलासपुर हवाई अड्‌डे को अपग्रेड कर 3-C VFR लाइसेंस जारी किया है। यह लाइसेंस दो साल के लिए मिला है। जिसे बाद में अपग्रेड कराना होगा। बिलासपुर एयरपोर्ट के निदेशक एन. बीरेन सिंह ने बताया, DGCA ने लाइसेंस अपग्रेड कर दिया है। अब यहां 70 से 72 सीटों वाले विमानों का संचालन हो पाएगा। उन्होंने कहा, हम बिलासपुर से व्यावसायिक विमानों के संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

छत्तीसगढ़ सरकार नेे 30 दिसम्बर को नागरिक उड्‌डयन के महानिदेशक से बिलासपुर हवाई अड्‌डे के लिए 3-C VFR पब्लिक यूज का लाइसेंस मांगा था। छत्तीसगढ़ विमानन संचालनालय की ओर से बिलासपुर हवाई अड्‌डे के निदेशक एन. बीरेन सिंह ने औपचारिक आवेदन के साथ हवाई अड्‌डे को अपग्रेड करने के लिए सुधार कार्यों की जानकारी दी थी।

बिलासपुर के चकरभाठा स्थित एयरपोर्ट को 3-C कैटेगरी के लाइसेंस मिलने से अब यहां 72 सीटर एयरक्राप्ट उतर सकेंगे। अभी तक 2-C कैटेगरी का ही लायसेंस था। इसकी वजह से 40 सीटर एयरक्राप्ट ही यहां उतर सकते थे।

​​​​​​​बिलासपुर एयरपोर्ट से 72 सीटर विमान के संचालन से बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा, चिरमिरी, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया जिलों की कनेक्टिविटी भी बढ़ जाएगी। इन शहरों में स्थित औद्योगिक और खनन इकाईयों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को इसका लाभ होगा। इससे व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

​​​​​​​बिलासपुर में एयर कनेक्टिविटी के लिए हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति नाम से बना एक नागरिक संगठन पिछले 11 महीनों से वहां धरना दे रहा है। इन लोगों की मांग है कि बिलासपुर को महानगरों से जोड़ने वाली हवाई सेवा शुरू की जाए। इसकी वजह से कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर भी दबाव है।

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