7वीं की छात्रा नरगिस ने दी 10वीं की परीक्षा : शासन से मिली विशेष अनुमति; मेडिकल टीम ने किया था IQ टेस्ट
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में कक्षा सातवीं में पढ़ने वाली छात्रा नरगिस खान जिनकी उम्र महज 12 वर्ष है, वह 10वीं बोर्ड की परीक्षा सरस्वती शिशु मंदिर में दे रही हैं। इसके लिए उन्हें शासन से विशेष अनुमति मिली है। राज्य का यह पहला मामला है, जब कक्षा सातवीं की छात्रा दसवीं की परीक्षा में शामिल हुई।
सूबे में गुरुवार 2 मार्च से दसवीं के बोर्ड परीक्षाओं की शुरुआत हिंदी के पेपर के साथ हो गई है। नरगिस परीक्षा देकर निकलीं तो काफी खुश नजर आईं। उन्होंने बताया, पेपर बहुत अच्छा गया है। और बाकी विषयों के एग्जाम के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं। जब कक्षा दसवीं के परीक्षार्थियों के साथ छात्रा बैठी, तो बाकी छात्र-छात्राएं भी गर्व महसूस करने लगे।
नरगिस खान स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल बालोद में पढ़ती हैं। उन्हें अब तक सभी कक्षाओं में 99 प्रतिशत अंक मिले हैं। इतना ही नहीं वह 10वीं कक्षा के गणित को आसानी से हल कर सकती हैं, और अंग्रेजी भी बहुत बढ़िया बोलती हैं।
नरगिस खान ने अपनी क्षमता को देखते हुए दसवीं की परीक्षा देने की इच्छा जाहिर की थी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अनुमति मांगी थी। उनकी इच्छाशक्ति को सरकार ने सराहा और उसका टेस्ट लेने के बाद 10वीं बोर्ड की परीक्षा देने की अनुमति दी गई।
दसवीं की परीक्षा में बैठने के लिए IQ टेस्ट करना जरूरी था। 15 जून 2022 को राजनांदगांव में हैदराबाद की मेडिकल टीम ने नरगिस का IQ टेस्ट किया। चिकित्सकों ने भी माना कि नरगिस दसवीं की परीक्षा दे सकती हैं। इसके बाद जुलाई 2022 को जिला मेडिकल बोर्ड ने भी मेडिकल प्रमाणपत्र सौंपा। इन सभी दस्तावेज को माध्यमिक शिक्षा मंडल भेजा गया था।
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अनुमति पत्र में लिखा कि IQ लेवल टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर कार्यपालिका एवं वित्त समिति की संयुक्त बैठक 17 अगस्त 2022 के विषय क्रमांक 10 में लिए गए निर्णय के अनुसार हाईस्कूल परीक्षा वर्ष 2023 में स्वाध्यायी परीक्षार्थी के रूप में सम्मिलित होने की विशेष अनुमति दी जाती है।