CG : यह बेटी खेलेगी अंडर-19 T20 ट्रॉफी, ऐसा है विशेष पिछड़ी जनजाति की इस प्लेयर का सफर
जशपुर। छत्तीसगढ़ के विशेष पिछड़ जनजाति के खिलाडी सूबे का नाम देश में रोशन करते जा रहे हैं। क्रिकेट के क्षेत्र में भारत की बेटियां लगातार अपना परचम लहरा रही है. ऐसी ही एक बेटी जो विशेष पिछड़ जनजाति से आती है, उसने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है. क्रिकेट में अब जशपुर की बेटियां भी नजर आ रही हैं. जशपुर की बेटियां ना सिर्फ राज्य, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर जिले का परचम लहराने लगे हैं. ऐसे ही कहानी जशपुर की क्रिकेट खिलाड़ी आकांक्षा रानी की है, जो विशेष पिछड़ी जनजाति, पहाड़ी कोरवा समुदाय से है. आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अंडर-15 में बीसीसीआई ट्रॉफी खेल चुकी है. इस बार आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अभी अंडर-19 में बीसीसीआई टी20 ट्रॉफी खेलने के लिए आई है. जिसमें खेलते हुए आकांक्षा रानी ने छत्तीसगढ़ की तरफ से सबसे अधिक रन बनाए हैं.
परिवार ने दिलाई अच्छी क्रिकेट कोचिंग
आकांक्षा रानी जशपुर जिले में संचालित प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला में पदस्थ छात्रावास अधीक्षिका पंडरी बाई की पुत्री है. उनकी माता ने बताया कि उनकी बेटी आकांक्षा रानी जब छोटी थी तब उन्होंने उसकी रुचि क्रिकेट में देखी और उसे अच्छे स्तर पर कोचिंग दिलाई. आकांक्षा ने राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल की है. फिर जब उन्होंने अपने छात्रावास की बच्चियों की ओर देखा, तो सभी में अपनी बेटी के समान ही छुपी प्रतिभा को पाया और ठान लिया की वो उन बच्चियों के लिए भी एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगी.
मां सबको बनाना चाहती है अपनी बेटी जैसी
आकांक्षा की मां ने आगे बताया कि छात्रावास में ही अभ्यास पिच का निर्माण करवाया और बच्चों के लिए बेहतर क्रिकेट सामग्रियां भी ली और अपनी बेटी एवं उसके कोच के माध्यम से बच्चियों की ट्रेंनिग चालू की. जल्द ही इसका परिणाम सामने आने लगा और एक-एक कर छात्रावास की सभी बच्चियों की प्रतिभा बाहर आने लगी और प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला की तीन बालिकाओं का चयन अम्बिकापुर में आयोजित राज्य स्तरीय स्कूल स्पोर्ट्स प्रतियोगिता 2024-25 महिला अंडर-17 में हुआ.