CG : एक ही परीक्षा केंद्र में पकड़ाए दर्जन भर नकलची, शिक्षा विभाग पर उठे सवाल, राजधानी में भी ढिलाई…

प्रतीकात्मक तस्वीर
रायपुर/अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित दसवीं बोर्ड परीक्षा के तहत शुक्रवार को अंग्रेजी विषय की परीक्षा आयोजित की गई. जिले में बनाए गए 73 परीक्षा केंद्रों पर कुल 10,219 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 9,888 छात्र उपस्थित रहे, जबकि 331 अनुपस्थित पाए गए. वहीं परीक्षा के दौरान 18 छात्रों को नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया, जिससे बोर्ड परीक्षा (Board Exam) की शुचिता पर सवाल उठने लगे हैं. राजधानी में भी उड़नदस्ता टीम की कार्यशैली को लेकर तरह तरह की चर्चाये होने लगी हैं। राजधानी के कई परीक्षा केंद्र पूरी तरह से निजी स्कूलों के करता धर्ताओं के हवाले हैं। नाम के लिए मनचाहे केंद्राध्यक्ष तैनात करा लिए गए हैं और बाकी का पूरा कार्य उस परीक्षा केंद्र में परीक्षा दिला रहे निजी स्कूल के परीक्षार्धियों के ही शिक्षक देख रहे हैं। कुछ पहली बार बने परीक्षा केंद्रों में तो अव्यवस्थाओं का अम्बार हैं पर सूत्रों का दावा है वहां का परिणाम इस बार 75 फीसदी से ज्यादा ही रहेगा।
ज्वाइंट डायरेक्टर के उड़नदस्ता टीम की छापेमारी में खुलासा
बोर्ड परीक्षा को नकल मुक्त कराने के लिए सूरजपुर शिक्षा विभाग ने जिला व ब्लॉक स्तर पर उड़नदस्ता टीमों का गठन किया था, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली थी. ऐसे में संभागीय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण, सरगुजा संभाग, अंबिकापुर की विशेष टीम ने औचक निरीक्षण किया और चार परीक्षा केंद्रों पर 18 परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा.
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दर्रीपारा में 12 छात्र नकल करते पकड़े गए, जो जिलेभर में सबसे बड़ा मामला है. इसके अलावा, भैयाथान केंद्र से 2, सिरसी से 1 और दवना केंद्र से 3 छात्रों को भी नकल के आरोप में परीक्षा से बाहर कर दिया गया.
परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जहां शिक्षा विभाग ने उड़नदस्ता टीमें तैनात की थीं, वहीं एक ही परीक्षा केंद्र से 12 छात्रों का नकल करते पकड़ा जाना यह साबित करता है कि जिला व ब्लॉक लेबल पर बनाई निगरानी तंत्र में कहीं न कहीं बड़ी चूक हुई है. सूत्रों के मुताबिक, कुछ परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों की ढील के चलते परीक्षार्थियों को नकल करने का अवसर मिला.
जिला शिक्षा अधिकारी ने किया औचक निरीक्षण
शिक्षा विभाग की ओर से जिला शिक्षा अधिकारी भारती वर्मा ने भी भटगांव, सोनगरा और प्रतापपुर सहित कई परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया. इन केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई और किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि सामने नहीं आई.
परीक्षा निगरानी पर उठे सवाल, कार्रवाई की मांग
इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिले में परीक्षा निगरानी प्रणाली की कमजोरी उजागर हो गई है. स्थानीय लोगों और अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन की सख्ती के दावों के बावजूद इतने बड़े पैमाने पर नकल का सामने आना गंभीर चिंता का विषय है.