November 4, 2024

शिक्षकों की पोस्टिंग में फ्रॉड : प्रमोशन के बाद रिक्त पदों को छिपाया, फिर मर्जी से तैनाती; JD के खिलाफ रिपोर्ट

सरगुजा। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में शिक्षकों की पोस्टिंग में फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां पर प्रमोशन के बाद रिक्त पदों को छिपाए रखा गया। आरोप है कि इसके बाद मनमर्जी से संयुक्त संचालक शिक्षा ने 350 से अधिक शिक्षकों का तैनाती कर दी। मामले में सरगुजा आयुक्त ने जांच पूरी कर रिपोर्ट राज्य शासन क़ो भेज दी है। जांच में सरगुजा आयुक्त ने जेडी कार्यालय से दस्तावेज भी जब्त किया है। बताया जा रहा है कि जांच प्रतिवेदन में गड़बड़ी का उल्लेख किया गया है, लेकिन अब तक शासन स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

सरगुजा संभाग में 2200 सहायक शिक्षकों और शिक्षकों की पदोन्नति की गई। इसके बाद उनकी पोस्टिंग के दौरान काउंसलिंग में रिक्त पदों क़ो छिपाकर रखने और बाद में उन 350 शिक्षक़ों की कुछ माह के भीतर ही दोबारा संशोधन आदेश जारी कर मनमाफिक पोस्टिंग देने का खुलासा हुआ था। यह पदोन्नति सहायक शिक्षक से हेड मास्टर प्राइमरी स्कूल एवं शिक्षक मिडिल स्कूल के पदों पर एवं शिक्षक से हेड मोस्टर मिडिल स्कूल के पदों पर की गई थी। मामला सामने आने के बाद हंगामा हो गया।

इसकी शिकायत शिक्षकों ने आयुक्त सरगुजा संभाग व वरिष्ठ अधिकारियों से भी की थी। मामले में सरगुजा आयुक्त शिखा राजपूत तिवारी ने एक जांच कमेटी बनाई थी। इस पर जांच टीम ने जेडी कार्यालय से इससे जुड़े दस्तावेज जब्त कर लिया। बताया गया है कि मामले में उसी तरह की गड़बड़ी मिली है, जिस तरह बिलासपुर में जेडी के द्वारा गड़बड़ी की गई थी। जांच रिपोर्ट भेजे जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से सवाल उठ रहें हैं। पोस्टिंग के नाम पर डेढ़ से दो लाख रुपये तक की वसूली शिक्षकों से करने का दावा किया जा रहा है।

सरकार क़ो कार्रवाई के लिए भेजी गई है रिपोर्ट
संभागायुक्त सरगुजा शिखा राजपूत तिवारी ने बताया कि जेडी दफ्तर से जब्त दस्तावेज के आधार पर पोस्टिंग व प्रमोशन की जांच कर रिपोर्ट शिक्षा विभाग क़ो रिपोर्ट भेज दिया गया है। हालांकि उन्होंने जांच में क्या मिला, इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि जो कार्रवाई होगी राज्य सरकार स्तर पर होगी।

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