CG : सरकार बदलते ही कर्ज माफी योजना पर रोक?, किसानों को धान बेचकर चुकाना होगा लोन…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीजेपी (BJP) की सरकार बनने के बाद अब बलरामपुर (Balrampur) जिले के 20 हजार 707 किसानों की कर्ज माफी की योजना पर विराम लग चुका है. दरअसल, बीजेपी सरकार ने घोषणा पत्र में कर्ज माफी (Loan Waiver) का वादा नहीं किया था और केवल समर्थन मूल्य (MSP) की राशि 3100 रुपए प्रति क्विंटल देने का ही वादा किया था. ऐसे में किसानों को अब धान बेचकर ही बैंक को बकाया लोन चुकाना होगा.
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के माध्यम से अब तक बलरामपुर जिले के 20 हजार 707 किसानों ने 98 करोड़ 4 लाख 81 हजार रुपए का लोन लिया है. हालांकि इसमें बड़े किसान ही शामिल हैं जिन्होंने लाखों रुपए का लोन लिया है जबकि मध्यम और गरीब किसानों की संख्या कम है. ऐसे में कर्ज माफी का लाभ नहीं मिलने पर बड़े किसानों को लोन की सारी रकम चुकता करनी होगी. धान बिक्री में अभी दो महीने का समय शेष है. ऐसे में बैंक के द्वारा भी लिंकिंग के माध्यम से धान खरीदी के द्वारा लोन की राशि काट कर शेष राशि किसानों के खातों में दी जाएगी.
बढ़ रही ऋण लेने वाले किसानों की संख्या
किसान खाद और बीज आदि के लिए ऋण लेते हैं. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज की दर पर ऋण मिलता है. अल्पकालीन ऋण की वसूली धान खरीदी के दौरान लिंकिंग के माध्यम से की जाती है. धान बेचते ही ऋण की राशि कट जाती है. फिलहाल और दो महीने धान की खरीदी होगी.
किसानों को मिलेगी एकमुश्त बोनस की राशि
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में धान बोनस का पैसा एकमुश्त देने की बात कही है. जिसका फायदा किसानों को इस साल मिलेगा. इससे पहले किसानों को बोनस की राशि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत चार किश्त में दी जा रही थी.
6 क्विंटल धान और समर्थन मूल्य भी 600 रुपए बढ़ा
कांग्रेस सरकार ने 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा की थी, तो वहीं बीजेपी सरकार 21 क्विंटल धान खरीदेगी जबकि विगत वर्षों में किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा था. अब बीजेपी सरकार के द्वारा 3100 रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जाएगा, यानि कि समर्थन मूल्य में 600 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ सीधे किसानों को मिलेगा. इसे लेकर किसानों में खुशी है. बीजेपी और कांग्रेस की लड़ाई में किसानों को समर्थन मूल्य के तौर पर लाभ मिलने वाला है. जिसका फायदा बलरामपुर जिले के 48259 किसानों को मिलेगा.