November 24, 2024

CG – स्कूलों में लटकेगा ताला : शिक्षक मोर्चा की अधिकारियों से मुलाकात में नहीं बनी बात, अब 31 जुलाई से आर-पार के आंदोलन पर जाएंगे टीचर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में 31 जुलाई से ताला लटक जायेगा। शिक्षक मोर्चा के आह्वान पर सूबे के हजारों शिक्षक 31 जुलाई से हड़ताल पर चले जायेंगे। हालांकि पिछले दिनों मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उम्मीदें बंधी थी, कि बातचीत से आंदोलन का हल निकल सकता है। हड़ताल का हल निकालने के लिए आज सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा, शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र दुबे, नवीन शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विकास राजपूत, संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष केदार जैन और टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि के तौर पर एसोसिएशन के प्रदेश कोषाध्यक्ष ने शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात भी की। लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई हल नहीं निकला था।

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला और डीपीआई सुनील जैन से मुलाकात के दौरान शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने शिक्षकों की मांगों से भी अवगत कराया और मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान मिले आश्वासन के बारे में भी बताया। मुलाकात कर लौटे संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय संचालकों ने बताया कि शिक्षकों की मांगों पर सार्थक पहल विभाग की तरफ से होती नहीं दिख रही है। मोर्चा का कहना है कि विभाग की तरफ से सकारात्मक बातचीत नहीं हो पायी है।

प्रांतीय संचालकों ने कहा कि विभाग के रूख से हजारों शिक्षक काफी निराश हैं। उन्होंने कहा कि …हमें मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों से मिलने को कहा था, इसलिए मोर्चा के प्रतिनिधि आज मंत्रालय में पहुंचकर प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला और डीपीआई सुनील जैन से मुलाकात की। हमने विस्तार से अपनी समस्याओं की जानकारी दी और ये भी बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वो यहां आये हैं, लेकिन विभाग की तरफ से सकारात्मक रूख नहीं दिख रहा है, इसलिए हम अपने पूर्व निर्धारित आंदोलन को यथावत रखेंगे। हम 31 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। अधिकारियों को हमने अल्टीमेटम दे दिया है, हमारे हजारों शिक्षक साथी 31 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। सरकार की हठधर्मिता की वजह से हमें हड़ताल के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस बार हमारा आंदोलन आर पार का रहेगा। बहरहाल शिक्षकों के इस प्रांतव्यापी हड़ताल से स्कूलों में तालाबंदी की नौबत आ सकती हैं।

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