छत्तीसगढ़ में उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा राशन, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर राशन दुकान संचालक
रायपुर। शासकीय राशन दुकानों में काम करने वाले सेल्समैन अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार से हड़ताल पर है. राशन दुकानदार एवं विक्रेता कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले नया रायपुर के तूताधरना स्थल पर प्रदेश व्यापी हड़ताल करेंगे. 2 अक्टूबर से सभी सेल्समैन ब्लॉक जिला और तहसील स्तर पर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर रहेंगे.
राशन दुकानदार के आंदोलन में चले जाने से राशन दुकानों में सभी वर्गों को मिलने वाले राशन का काम पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा. सोमवार शाम को राजधानी रायपुर में सेल्समैन संघ के पदाधिकारियों ने खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल से भी मुलाकात की लेकिन उनकी बात नहीं बनी. जिसके बाद राशन दुकान संचालकों ने प्रदेशस्तरीय एक दिवसीय हड़ताल पर रहने का फैसला किया.
राशन दुकानदार एवं विक्रेता कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के महासचिव विजय धृतलहरे ने बताया की राशन दुकानों में काम करने वाले विक्रेता अपनी 6 सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. महासचिव ने यह भी बताया कि सोमवार शाम को रायपुर में खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल से उनकी मुलाकात हुई. उन्होंने पांच मांगों को संज्ञान में लिया लेकिन 2 मांग के संबंध में वित्त विभाग से चर्चा करने के बाद अवगत कराने की बात कही है. उन 2 मांगों के पूरा होने तक राशन दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे.
महासचिव विजय धृतलहरे ने आगे बताया राज्य स्तर पर मंगलवार को हड़ताल के बाद प्रदेश के सभी जिला तहसील और ब्लॉक मुख्यालय में 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राशन से संबंधित इलेक्ट्रॉनिक मशीन ई पाश मशीन को 5 अक्टूबर को सभी राशन दुकानों के सेल्समैन एसडीएम ऑफिस में जमा करा देंगे.
राशन दुकान संचालकों की मांगे:
छत्तीसगढ़ राज्य के सभी दुकान को इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन ट्रायल में ई पाश मशीन से बाध्य किया गया है. मशीन की गुणवत्ता बहुत खराब है. सुधार करने के लिए उचित संसाधन नहीं है. सर्वर समस्या के कारण वितरण प्रणाली में गड़बड़ी होते रहती है. इसलिए इसे बदला जाए.
पिछले 5 महीने से राशन दुकान के आवंटन में अनियमित बढ़ती जा रही है. इसलिए भंडारण प्रभावित होता है. दुकानदार और उपभोक्ता के मध्य वाद विवाद की स्थिति का सामना करना पड़ता है.
राशन दुकानों की दुकानदार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. बारदाना की राशि, मार्जिन राशि, वित्तीय पोषण राशि समय पर भुगतान नहीं किया जाता. मार्जिन राशि में 20 वर्षों से एक रुपए की वृद्धि नहीं हुई है. वर्तमान में मार्जिन राशि बहुत कम है. जिसे वृद्धि करके 250 रुपए प्रति क्विंटल किया जाए. मासिक भुगतान और सहकारिता समूह की विक्रेता को 30 हजार मासिक मानदेय के अलावा राशन दुकान एवं विक्रेता का बीमा सुविधा का लाभ दिया जाए.
राशन भंडारण में गड़बड़ी के कारण दुकान में कमी हो रही है. इसलिए ई पास मशीन एवं इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन से कनेक्टिविटी के माध्यम से भंडारण कराया जाए और 2 प्रतिशत क्षतिपूर्ति राशि दी जाए.
राशन वितरण के अलावा अन्य कार्य को कराने के लिए अलग से पारिश्रमिक दिया जाए.
कोरोना काल में 2 महीने का डीडी की राशि जमा करके फ्री में राशन बंटवाई गई थी. उस राशि का भुगतान दुकानदार को अब तक नहीं किया गया है इसे भी जल्द भुगतान किया जाए.