रसूखदार व्यवसायी के परिवार और कर्मचारियों को लगाई कोरोना वैक्सीन
अनूपपुर । सरकार की निर्धारित गाइड लाइन को धता बताकर अब रसूखदारों को कोरोना वैक्सीन लगाने का कारोबार शुरू हो गया हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग ने सरकार की गाइडलाइन के विपरीत कोरोना टीकाकरण कर दिया। पहले चरण में केवल स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों को ही कोरोना वैक्सीन लगाई जानी है लेकिन अधिकारियों ने बिजुरी के एक कंस्ट्रक्शन व्यवसायी बालमुकुंद खेड़िया के परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों समेत 13 लोगों को कोरोना का टीका लगा दिया।
मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) डा. बीडी सोनवारी के कथित निर्देश पर बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डा. मनोज सिंह ने इन लोगों को वैक्सीन लगवा दी हैं । वैक्सीन लगवाने वालों की सूची में 29 जनवरी से लेकर तीन फरवरी तक खेड़िया परिवार के सदस्यों और उनके कर्मचारियों के नाम दर्ज हैं। ये सभी लोग वैक्सीन लगवाने अस्पताल भी पहुंचे थे।
जानकारी के मुताबिक़ 29 जनवरी को बालमुकुंद खेड़िया (49), मानसी खेड़िया (18), पलक खेड़िया (19) और दो फरवरी को विनोद खेड़िया (50), मुरलीधर (52), मयंक (22), राम खेड़िया (56), अलका (46), प्रांशु (21), प्रीति (47), रामा (48) और समता खेड़िया (47) को वैक्सीन लगाया गया जबकि तीन फरवरी को एक अन्य व्यक्ति को कोरोना का टीका लगाया गया।
दरअसल, स्थानीय लोगों ने खेड़िया परिवार के सदस्यों को एक-एक कर अस्पताल जाते हुए देखा तो उन्हें संदेह हुआ। पता चला कि इस परिवार के लोग और उनके यहां काम करने वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। मामला इंटरनेट मीडिया में वायरल हुआ और इस बात का पर्दाफाश हो गया।
वहीँ इस सम्बन्ध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिजुरी के डॉ. मनोज सिंह का कहना हैं कि सीएमएचओ के निर्देश पर वैक्सीन खेड़िया परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों को लगाई गई है। इनके नाम पोर्टल पर भी दर्ज मिले हैं। जैसा आदेश मिला, उसका पालन किया गया।
दूसरी तरफ अनूपपुर सीएमएचओ डॉ. बीडी सोनवारी का कहना है की निजी लोगों को वैक्सीन लगाने के कोई आदेश मैंने जारी नहीं किए हैं। बिजुरी के डॉ. मनोज सिंह किस आधार पर मेरा नाम ले रहे हैं, इसकी जानकारी ली जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।