फर्जी जाति प्रमाण पत्र : वन विभाग के दो अधिकारी पद से हटाए गए
दंतेवाड़ा । सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामले में कार्रवाई की है. वन विभाग ने गीदम वन परिक्षेत्र अधिकारी सुकदास नाग और वन परिक्षेत्र अधिकारी मोहनदास मानिकपुरी को उनके पद से हटा दिया है.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने वन परिक्षेत्र अधिकारी गीदम सुकदास नाग को उनके पद से हटा दिया है. उन्हें दंतेवाड़ा वनमंडल में पदस्थ किया है. दोनों पदों पर अब नियुक्ति के लिए कयास और प्रयास जोरों पर हैं. विभाग पर लगातार फर्जीवाड़े के आरोप लगते रहे हैं.
छानबीन समिति की जांच में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी 267 जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए. इसके तहत सरकारी सेवकों को सेवा मुक्त कर कार्रवाई की गई. साथ ही न्यायालय द्वारा जिन लोगों ने स्टे (स्थगन) प्राप्त किया है, उन्हें किसी भी महत्वपूर्ण दायित्व में रखने से मना किया गया है. गीदम में पदस्थ परिक्षेत्र अधिकारी सुकदास नाग भी इस सूची में शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ बनने के बाद से ही लगातार फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी नौकरी पाने की शिकायतें आती रही हैं. सर्व आदिवासी समाज ने सरकार से लगातार मांग की है कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए लोग सरकारी नौकरियों में जमे हुए हैं और इस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसे लेकर सर्व आदिवासी समाज ने सरकार को बकायदा ऐसे अधिकारियों की कुंडली भी सौंपी थी.